यदि बिरसा मुंडा नहीं होते तो आज आदिवासी समाज के पास जल जंगल जमीन के विशेषाधिकार नहीं होते-आदिवासी समाज।
आम इंसान से भगवान बनने का नाम है बिरसा मुंडा –नितेश अलावा
जुबेर निजामी की रिपोर्ट
आज धरती आबा क्रांतिसूर्य महामानव भगवान बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर अलीराजपुर के नजदीक एक छोटे से गांव मे जाकर महिलाओ,बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर भगवान बिरसा मुंडा के विचारों के बारे मे बताकर महामानव के जीवन संघर्ष और बलिदान के बारे मे बताकर उन्हें अपने जीवन मे उतारकर उनके मिशन क़ो आगे चलाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम jays ब्लॉक अलीराजपुर अध्यक्ष विक्रम कनेश के नेतृत्व मे ग्राम कानपुर मे रखा गया जिसमे काफी संख्या मे महिला पुरुष और बच्चे शामिल हुए, और माल्यार्पण कर भगवान बिरसा मुंडा के बारे मे उनके उलगुलान सबंधी वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
ईस दौरान आदिवासी समाज के वरिष्ठ समाजसेवी नितेश अलावा, केरम जमरा, जोहार सिंह भींडे,दिलीप भींडे,टीकम सिंह, अंतिम कटारिया,सुमित कटारिया,सहित काफी संख्या मे कार्यकर्त्ता उपस्थित रहें।