जिले की शिक्षा व्यवस्था में फैली अव्यवस्था एवं व्याप्त भ्रस्टाचार को लेकर जयस एवं एसीएस ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन
विशिष्ट आवासीय विधालय,छात्रवासों तथा आश्रम शालाओं का करें संघन निरीक्षण,दोषियों पर करें कार्यवाही: जयस जिला अध्यक्ष
जुबेर निजामी की रिपोर्ट
आलीराजपुर:- जयस आदिवासी युवा शक्ति (जयस) एवं आदिवासी छात्र संगठन (एसीएस) ने जिले में शिक्षा व्यवस्था में फैली अव्यवस्था एवं व्याप्त भ्रस्टाचार को लेकर एसडीएम को कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन। जयस जिला अध्यक्ष अरविंद कनेश के कहा कि आलीराजपुर आदिवासी बाहुल्य जिला हैं।शिक्षा के क्षेत्रों में जिले कि स्थिति देश में सबसे निचले पायदान पर हैं। आदिवासी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा कई प्रकार की प्रोत्साहन एवं छात्रों के हित के लिए कल्याण कारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। जिले में जिसका संचालन शिक्षा विभाग, समग्र सर्वशिक्षा अभियान एवं जनजातीय कार्य विभाग के द्वारा छात्रावास, आश्रम शालायें, कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय, सुभाष चंद्र बोस बालक/बालिका छात्रावास तथा विशिष्ट आवासीय विद्यालय, एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं कन्या शिक्षा परिसर के माध्यम से आदिवासी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने की जिम्मेदारी शासन द्वारा सौंपी गईं हैं,परन्तु जिले में दिनों दिन शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब होती जा रही हैं, जिले के विभागों में चारों और भारी भ्रस्टाचार एवं ऊपर से निचे तक कमीशन बाजी का खेल चल रहा हैं, जिसका खामिज्या आदिवासी गरीब बच्चों को भुगतना पड़ रहा हैं। इस और ना ही जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और ना ही जिला प्रशासन का ध्यान जा रहा हैं। आये दिन आदिवासी छात्राओं के विभिन्न समस्याओं को लेकर सड़को पर आ कर अपनी मांगो का निराकरण करने की मांग की जा रही हैं। जिसका को उचित निराकरण नहीं किया जा रहा हैं।
जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) एवं एसीएस ने जिला प्रशासन से निम्नानुसार अवश्यक कार्यवाही की मांग कि हैं:-
1) यह की जिले में शिक्षा व्यवस्था से संबंधित सभी विभाग के प्रभारी अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं उनके पास मूल विभाग के काम के साथ ही अन्य कई प्रभार भी उनके पास हैं, जिससे कार्य सही रूप से सम्पादित नहीं कर पा रहे हैं। उनकी जगह उपयुक्त एवं पात्र अधिकारी को पदस्थ किया जावे तथा राज्य शासन को पत्र जारी कर फूलप्लेस अधिकारी की नियुक्ति हेतु जिला कलेक्टर के माध्यम से नियुक्ति हेतु मांग पत्र भेजा जावे।
2) जन जातीय कार्य विभाग के अंतर्गत जिले में संचालित समस्त छात्रावासों, आश्रम शालाएं,एकलव्य आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर, शिक्षा विभाग के कस्तूरबा गाँधी छात्रावास, शिक्षा परिसर, समग्र सर्व शिक्षा अभियान के सुभाष चंद्र बोस बालक / बालिका छात्रावास, कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालयों का उच्च स्तरीय जाँच दल गठित कर सघन निरीक्षण के साथ ही आय – व्यय का ऑडिट कर लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारीयों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जावे।
3) अलीराजपुर एकलव्य आवासीय विधालय में बच्चों के साथ की गईं मारपीट कर अपमानित करना एवं बच्चों को अच्छा खाना नहीं दिये जाने की शिकायत जिला प्रशासन से किये जाने के बाद भी दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गईं हैं, जाँच कर उचित कार्यवाही तत्काल की जावे।
4) शासकीय वन कन्या आश्रम उदयगाढ़ विकासखंड उदयगढ़ में कक्षा 1ली में अध्ययनरत छात्रा दीपमाला पिता मुकेश की मौत शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण हुई हैं,वार्डन, खंड शिक्षा अधिकारी एवं सहायक आयुक्त जन जातीय कार्य विभाग के विरुद्ध अवश्यक कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कर पीड़ित परिवार को 10,00000 (दस लाख रूपये) की आर्थिक सहयोग राशि स्वीकृत कर भुगतान किये जाने की मांग की जाती हैं।
5) सोंडवा एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रों के द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर महोदय से मिलने के लिए उमराली से 15 किलो मीटर पैदल चल कर आ रहे थे, आपके द्वारा समझाइस एवं आश्वासन देने के बाद छात्र वापस उमराली लोट गए थे, आदिवासी छात्रों के साथ गाली गलौज एवं अभद्र व्यवहार किया जा रहा हैं, भोजन मीनू अनुसार नहीं दिया जा कर भारी भ्रष्ठाचार किया जा रहा हैं, दोषियों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जावे।
6) जिले के कठठीवाडा विकासखंड में आदिवासीयों के जनकल्याण के लिए सरकार की लगभग 23 करोड़ रूपये का भ्रस्टाचार हुआ हैं दोषियों से वसूली कर राशि को राज्य साथ करने की तत्काल कार्यवाही की जावे। साथ ही जिले के सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यलयों का भी निरक्षण/ऑडिट करवाया जावे, वहाँ पर भी करोड़ो रूपये का भ्रस्टाचार हुआ हैं।
7)जिला शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा केंद्र सर्वशिक्षा अभियान एवं बीईओ तथा बीआरसी में अपात्र शिक्षको से शालाओं में अध्यापन का कार्य न कराते हुए अधिकारी एवं बाबुओं का कार्य करवाया जा रहा हैं, उनकी जगह अन्य पात्र कर्मचारियों की नियुक्ति करते हुए।उन्हें कार्य मुक्त किया जावे।
जयस कार्यक्रता विक्रम सिंह बामनिया ने कहा कि जिले के सभी विभागों में प्रभारी अधिकारी व्यवस्था को दूर कर पात्र अधिकारी को कार्य प्रभार दिया जावे। सभी विभागों में भारी भ्रष्ठाचार चल रहा हैं, बिना लेन देन के कोई भी विभाग में आम जनता का काम नहीं हो रहा हैं।जिला प्रशासन तत्काल संज्ञान में लेकर त्वरित कार्यवाही करें। ताकि सरकार की मंशा अनुरूप जिले में शिक्षा व्यवस्था तथा अन्य जनहित के कार्य के माध्यम से जिलेवासियों का उत्थान हो सकें। जिले में क़ानून नाम की कोई भी चीज बची ही नहीं हैं। आम जनता का सरकार से विश्वास खत्म होता जा रहा हैं। एसीएस के जिला अध्यक्ष विजय कनेश ने कहा कि छात्रों कि समस्याओं को लेकर पूर्व में भी कई बार ज्ञापन सौंपे गये हैं परन्तु कोई निराकरण नहीं किया गया हैं। आदिवासी छात्रों को निःशुल्क छात्रवर्ती, गणवेश की राशि पिछले कई वर्ष से नहीं मिल पा रही हैं।
उक्त मांगो का मांगो पर कार्यवाही नही होती हैं तो जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस ) एवं आदिवासी छात्र संगठन अलीराजपुर बड़े स्तर पर उग्र आंदोलन के लिए अग्रसर होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की रहेगी। इस अवसर पर
विजय कनेश, विक्रम बामनिया, देवा कनेश, करण चौहान,देवसिंह सोलंकी, अंकित किराड़, प्रदीप डावर,राहुल, मुकेश सोलंकी, राजू चौहान,कमलेश, करण चोगड़ा, राकेश डावर, कमलेश अजनार, कमलेश अजनार, रिबन भरिया, दिनेश मौर्य, नसरिया सोलंकी, भूपेंद्र किराड, मोहल,इलू सोलंकी, आदि युवा साथी उपस्थित थे।