Ad 1

हिन्दू धर्म अपने न केवल अपने आधात्मिक ज्ञान बल्कि श्रेष्ठ जीवन पद्धति और वैज्ञानिक ऋषि ज्ञान परंपरा के कारण विश्व मे सर्वस्वीकार्य बन रहा है- डॉ विकास दवे। 

हिन्दू धर्म अपने न केवल अपने आधात्मिक ज्ञान बल्कि श्रेष्ठ जीवन पद्धति और वैज्ञानिक ऋषि ज्ञान परंपरा के कारण विश्व मे सर्वस्वीकार्य बन रहा है- डॉ विकास दवे। 

 चंद्रशेखर आजाद व्याख्यान माला का आयोजन संपन्न।

जुबेर निजामी की रिपोर्ट 

 आलीराजपुर नगर के महाविद्यालय परिसर स्थित ऑडिटोरियम में हिंदुत्व – वैश्विक परिदृश्य में हिंदू धर्म की स्वीकार्यता पर चंद्रशेखर आजाद व्याख्यान माला समिति के द्वारा व्याख्यान का आयोजन किया गया इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में मध्य प्रदेश सहित्य अकादमी के निदेशक डॉक्टर विकास दवे के द्वारा नगर के प्रबुद्ध श्रोताओं को संबोधित किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाय वीरेंद्र गुप्ता के द्वारा की गई वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर थे साथ ही मंचासीन समिति के अध्यक्ष श्री राकेश चौहान रहे ।कार्यक्रम की शुरुआत में श्रीकांत बाहेती के द्वारा कार्यक्रम की अतिथियों का परिचय दिया गया। वही व्याख्यान के विषय की भूमिका का प्रतिपादन डॉक्टर प्रमेय रेवड़िया द्वारा किया गया। 

      व्याख्यान की शुरुआत में मुख्य वक्ता डॉ विकास दवे द्वारा चंद्रशेखर आजाद की जन्म भूमि को चार धाम की तीर्थ यात्रा के समान पुण्यदायीं बताकर नमन किया। व्याख्यान की आवश्यकता को उन्होंने भगवान गौतम बुद्ध की एक कथा के माध्यम से समझाया कि जैसे दूध संग्रहण के लिए दूषित पात्र का प्रक्षालन आवश्यक है ऐसे ही समय- समय पर मानस प्रक्षालन भी प्रबुद्ध व्याख्यानों के द्वारा आवश्यक है।

    श्री दवे द्वारा आज की पीढ़ी विशेष रूप से आधुनिक शिक्षित पीढ़ी में अपने धर्म के प्रति ग्लानि भाव से ग्रस्त होने के प्रति प्रश्न उठाया। इसकी जिम्मेदारी गुलामी की मानसिकता के बोध से मुक्त न हो पाना बताया। हिंदुत्व और दुनिया के अन्य धर्म मे जो मूलभूत अंतर है उसे अति सूक्ष्मता से रेखांकित करते हुए मुख्य वक्ता ने हिन्दू धर्म केवल पूजा पद्धति की विशिष्टता तक सीमित नही बल्कि हिंदुत्व का सम्बन्ध जीवन की आचरण पद्धति से है। विश्व मे अनेक देशों की पहचान की उनकी अपनी विशिष्टता से है भारत की पहचान विश्व में उसकी अपनी ज्ञान-परम्परा से है। जरूरत है आज की पीढ़ी को पुनः अपनी इसी ज्ञान परम्परा से परिचित कराने और उस पर गर्व करने की। डॉ दवे ने पश्चिम के इस दावे के भी खण्डन किया कि विज्ञान की शुरुआत और विकास पश्चिम में हुआ । डॉ दवे ने अनेकों उदाहरण से सिद्ध किया कि पश्चिम जिन वैज्ञानिक खोजों का दावा करता है वो कई सौ वर्ष पूर्व मूलतः भारतीय ज्ञान परम्परा में वैज्ञानिक ऋषियों ने खोज लिए थे। चाहे फिर काल की सबसे सूक्ष्मतम एवम परिशुद्ध गणना हो और उसके लिए दुनिया का सबसे उपयुक्त स्थान महाकाल की नगरी उज्जैन हो। जिसका प्रतिपादन वाकणकर जी के द्वारा किया गया हो या फिर गोस्वामी तुलसीदास का सूर्य की पृथ्वी से दूरी की सटीक आकलन -युग सहस्त्र योजन पर भानु हो या फिर कम्प्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा संस्कृत का उदाहरण हो या फिर जगदीश चन्द्र बसु के द्वारा पौधों में भी जीवन और संवेदना होने का वैज्ञानिक प्रमाण हो । डॉ दवे ने भारतीय ज्ञान परंपरा की गहराई का परिचय श्रोताओं को पिता-पुत्री संवाद से रचित लीलावती ग्रन्थ की रचना से करवाया जिससे अभी तक कोई श्रोता परिचित ही नही थे। उन्होंने वैज्ञानिक ऋषि भास्कराचार्य एवम उनकी पुत्री लीलावती के वैज्ञानिक प्रश्नों की जिज्ञासा से इस ग्रन्थ की रचना हुई जिसमें पृथ्वी की परिक्रमा के सिद्धांत, गति की सापेक्षिता का सिद्धान्त आधुनिक विज्ञान की खोज से 500 वर्ष पूर्व ही लिख दिए गए थे। 

    अंत मे सबसे महत्वपूर्ण है कि आने वाली सदी हिदू धर्म के महान ज्ञान और उसके विश्व को दिए गए विश्व शान्ति और कल्याण के मंत्रों से ही परिपूर्ण होगी। इसके लिए आवश्यक है कि हम अपने धर्म पर गर्व करे और उसे बड़े स्वाभिमान से विश्व पटल पर रखे।

     मुख्य वक्ता के उद्बोधन के पश्चात जिला कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर ने अतिसरगर्भित तरीके से हिन्दू धर्म के व्याख्या स्व धर्म के पालन और उसके आचरण में अंतर्निहित बताई और कार्यक्रम के आयोजकों से इस तरह के प्रबुद्ध व्याख्यानों के निरन्तर करते रहने का आग्रह किया। वही कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे वीरेंद्र गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय भाषण में वर्तमान समय मे हिन्दू धर्म पर आसन्न खतरों को देखते हुए सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक होकर मिलकर सामना करने के तैयार होंने के लिए किया। कार्यक्रम में शब्दिता सहित्य मंच एवम पाठक साहित्य संस्था ने मुख्य वक्ता का अभिनंदन किया साथ ही माधुरी सोनी की अखण्ड भारत-युगदृष्टा काव्य संकलन का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत मे चन्द्र शेखर आजाद व्याखयान माला समिति के अध्यक्ष राकेश चौहान ने विशेष रूप से नगर से बड़ी संख्या में पधारे सुधी श्रोताओं के द्वारा शांति एवम तल्लीनता से व्यख्यान का श्रवण करने के लिए आभार माना। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गीत के गायन के साथ किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन रूपेश जी मकवाना द्वारा किया गया। वही गीत एवम संगीत की प्रस्तुति कृष्णा जी गोस्वामी, चिराग जी गुप्ता, अंकित जी झंवर, कीर्तन जी गुप्ता द्वारा दी गई।

   कार्यक्रम की व्यवस्था में समिति के सदस्य डॉ के सी गुप्ता,कांतिलाल राठौड़,अरुण गहलोत,नारायण वर्मा,पिंटू गुप्ता, अनीश जैन, नीलेश जैन,संजय बिशया,खुमसिंह चौकिया महत्वपूर्ण भूमिका रही।

कार्य में लापरवाही बरतने पर 4 जन शिक्षकों को किया निलंबित, 6 शिक्षको को कारण बताओ नोटिस जारी किए।     |     अंगर सिंह चौहान आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष नियुक्त     |     जोबट विधायक सेना महेश पटेल ने अपना जन्मदिन मुख बधिर आश्रम में मुकबधिर बच्चों के साथ मनाया     |     चाँदपुर थाना द्वारा सेफ क्लिक सायबर जागरूकता अभियान चलाया गया।     |     सेफ क्लिक साइबर जागरूकता अभियान का 9वां दिवस     |     थाना उदयगढ़ पुलिस द्वारा हत्या के प्रकऱण में दो वर्षो से फरार चल रहे ईनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में सफलता पायी।     |     अवैध कालोनियो पर नही लग रही रोक, बगैर सुविधाओ के बे धडक कट रही कालोनिया कही शिकायतो के बाद भी प्रसाशन मोन आखिर क्यो ?     |     “सेफ क्लिक” अभियान के दौरान अलीराजपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता     |     आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष महेश पटेल जिला कांग्रेस ओम प्रकश राठौर के नेतित्व मे आज़ भाबरा ब्लॉक मे विद्युत विभाग के खिलाफ अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला     |     नानपुर ग्रामीण मंडल के कार्यकर्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को पुष्पांजलि अर्पित की।     |