सोंडवा महाविद्यालय में शहीद दिवस पर मौन रखा गया तथा मद्य निषेध संकल्प दिवस मनाया गया।
✍️जुबेर निजामी की रिपोर्ट
सोंडवा महाविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के निर्देश के परिपालन में शहीद दिवस के अवसर पर मौन के साथ चर्चा व भाषण तथा मद्य निषेध संकल्प दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रो. सायसिंग अवास्या ने अपने व्याख्यान में उन शहीदों को याद किया जिन्होंने देश की आजादी और समृद्धि में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
प्रातः 11 बजे शहीदों की याद में प्रभारी प्राचार्य डॉ. गीतांजली वर्मा, समस्त महाविद्यालयीन स्टॉफ तथा विद्यार्थियों द्वारा मौन रखा गया। तत्पश्चात मद्य निषेध संकल्प दिवस पर कार्यशाला में प्रो. बारिया ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में मद्यपान के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता डॉ. मुकेश अजनार ने अपने व्याख्यान में कहा कि गांधीजी ने मद्य निषेध का संदेश देते हुए कहा था कि शराब आत्मा और शरीर दोनों का नाश करती है तथा नैतिक पतन करती है। उन्होंने शराब सेवन के सामाजिक और आर्थिक दुष्प्रभाव बताते हुए युवाओं को शराब से दूर रहने का संदेश दिया। इसके बाद विद्यार्थियों को मद्य निषेध संकल्प की शपथ दिलवाई गई। प्रो. नीलम पाटीदार द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। डॉ. मोहनकुमार डोडवे तथा डॉ. विशाल देवड़ा का विशेष सहयोग रहा।