भाजपा को केसे असफलता का मुह देखना पड सकता है टिकट बटवारे मे लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड सकता है
जोबट उप चुनाव मे BJP ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नही की असमंजस मे है। की पार्टी हाईकमान किसे अपना उम्मीदवार घोषित करती है। ये बडा सवाल जोबट विधानसभा की जनता के मन मे है।
हालांकी जोबट उप चुनाव मे जोबट विधायक के रुप मे जोबट की जनता चौहान परिवार के पक्ष मे ज्यादा नजर आ रही वही हम बात करे अलीराजपुर के पुर्व विधायक नागरसिग चौहान जिनकी 15 वर्ष की राजनीती किसी से छिपी नही है। भाजपा का कद बढाने मे नागर सिंग चौहान की अहम भूमिका रही है वही हम बात करे तो जिला पंचायत सदस्य इन्दर सिंग चौहान की तो युवा की पहली पसंद माने जा रहे है। जोबट विधानसभा मे कोरोना काल मे यदि कोई जोबट मे सक्रिय कार्यकर्ता की भुमिका मे दिखा तो वो इन्दर सिंग चौहान जिन्होने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जोबट पंचायत मे कोरोना काल मे भी डोर टू डोर जागरुकता फैलाई यदि इस समय चौहान परिवार पर बीजेपी दाव लगाती है। तो जीत आसानी से मिल सकती है अन्यथा किसी और पर पार्टी दाव लगाती है तो संभावना है। पार्टी को भारी नुकसान होने की संभावना है इन्दरसिंग चौहान पार्टी के प्रति सक्रियता दिखाते हुऐ जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबुत बनाने मे जुटे है।
वही हम बात करे तो पुर्व विधायक माधौसिह डावर भी अपनी अपनी लोकप्रियता मे चर्चा मे वही माधौसिह डावर को टिकट न मिलने पर कही मंडल अध्यक्ष व सरपंचो ने इस्तिफे दिये जिसके चलते आजादनगर मे भी पार्टी को भारी नुकसान हो सकता है यदि समय रहते पार्टी आला कमान कोई बडा फैसला लेकर सही उम्मीदवार की घोसणा कर दे तो पार्टी इस सीट को निकालने मे सफलता प्राप्त कर सकती है।
पार्टी अपने सर्वे के आधार पर फैसला करेगी जो निर्णय लेगी वो सभी को मान्य होगा।
उप-चुनाव जोबट में भाजपा के लिए सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण मुकाबला है। अलिराजपुर जिले की जोबट विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ है। और यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भी है।
यही कारण है कि भाजपा ने अभी से अपनी ताकत झौंकना शुरू कर दी है।पार्टी यहां चुनाव जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। वैसे अभी भाजपा के नेताओं ने जमीनी स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। इस सीट पर जीत को भाजपा भी चुनौती मानकर चल रही है। कुल मिलाकर यह चुनाव बड़ा रोचक रहने वाला है। भाजपा सत्ता में है और संगठन पूरी मुस्तैदी से अपनी तैयारी में लगा हुआ है। जोबट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा किसी तरह की चूक नहीं करना चाहती है, चाहे उम्मीदवार के चयन का मामला हो।