देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी
प्रधानमंत्री ने ली आपात बैठक
मध्यप्रदेश : 24 घंटे में 23 कोरोना केस, 10 दिन में 134 हुए संक्रमित विदेश से आने वालों की होंगी जांच अलर्ट जारी
देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है। बात करे मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 23 नए केस आए हैं। नवंबर में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा चोकाने वाले आ रहे है। इंदौर में सबसे अधिक 12 पॉजिटिव केस मिले हैं। वहीं राजधानी भोपाल में 7 केस, रायसेन में 3 और जबलपुर में 1 केस मिला है। पिछले 10 दिन में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 134 पर पहुंच गया है जबकि एक्टिव केस 112 है।
भोपाल-इंदौर हॉट स्पॉट बनने की कगार पर
मध्यप्रदेश सरकार ने हाल में कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं। जिसके बाद से नए संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। इंदौर और भोपाल दोबारा धीरे-धीरे हॉट-स्पॉट बन रहे हैं। यहां हर रोज मरीज सामने आ रहे हैं। प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना केस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
ट्रैवल और कॉन्टैक्ट हिस्ट्री तलाश रहे
प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों की ट्रैवल और कॉन्टैक्ट हिस्ट्री तलाश रहा है, ताकि टेस्टिंग की जा सके। इंदौर में आंकड़ा दहाई पर पहुंच गया है। 23 नवंबर को 13 और 26 नवंबर को 12 केस मिल चुके हैं। वहां पर 7 दिन में ही 45 मरीज सामने आ चुके हैं।भोपाल में भी एक्टिव केस 25 से ज्यादा है। भोपाल में 6 हजार टेस्ट रोज हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने ली आपात बैठक
कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और इसकी रोकथाम के लिए तत्परता से कदम उठाने के निर्देश दिए। 2 घंटे चली इस बैठक में पीएम ने खासकर, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदियों में ढील की समीक्षा करने और ‘खतरे वाले देशों से आने वाले यात्रियों की जांच कड़ाई से करने के निर्देश दिए हैं। पीएम ने अधिकारियों को राज्यों की मशीनरी के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए।
वैरिएंट के बारे में जाना
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को ‘ओमिक्रोन’ को लेकर जानकारी दी गई। इसकी विशिष्टताओं और विभिन्न देशों पर प्रभाव के साथ भारत पर संभावित असर की जानकारी भी पीएम को दी गई।
लक्षण पाए जाते हैं तो सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें
इधर, कोरोना के नए वैरिएंट पर मध्यप्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया है। सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि विदेशों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कराई जाए। मॉनीटरिंग भी हो। यदि इनमें संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के साथ उनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी स्क्रीनिंग, परीक्षण, नियमित सेंटीनल व जीनोम सीक्वेंसिंग के सैंपल भेजने की त्रिस्तरीय सर्विलांस रणनीति पर काम करने को कहा गया है।