बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा बस अड्डा
आदील मकरानी की रिपोर्ट ✍🏻
नगरवासियों की मांग को देखते हुए राजस्व विभाग ने बस स्टैंड के लिए 2012-13 में नगर परिषद जोबट को जमीन आबंटित की थी ताकि लगभग 20 हजार आबादी वाले जोबट नगर को एक सर्व सुविधायुक्त बस स्टैंड की सौगात मिल सके।
आखिरकार जोबट की जनता को अटल बिहारी वाजपेई बस टर्मिनल के रूप में एक नवीन बस स्टैंड की सौगात मिली जिसका शुभारंभ सांसद गुमान सिंह डामोर द्वारा जनवरी 2021 में किया गया । बस स्टैंड के साथ-साथ वहां पर कुल 36 दुकानें भी बनाई गई जिसकी नीलामी नगर परिषद द्वारा कराई गई और सभी दुकाने लाखों रुपए में नीलाम भी हो गई। बस स्टैंड का शुभारंभ करते समय सांसद डामोर ने मंच से कहा था कि उक्त अत्याधुनिक बस स्टैंड को हाईटेक एवं सर्व सुविधाजनक बनाने के लिए जो भी सहयोग लगेगा हमारी सरकार द्वारा उसे प्राथमिकता से किया जाएगा स्थानीय कृषि उपज मंडी के समीप लगभग सवा करोड़ की लागत से बने इस बस स्टैंड की हालत आज देखी जाए तो वहां पर आमजन को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नवीन बस स्टैंड पर कई अव्यवस्थाएं बिखरी पड़ी है। शौचालय की नियमित साफ सफाई नहीं होती, यहां का बोरिंग भी बंद पड़ा है जिसके चलते शौचालय की टंकी पिछले दो माह से नहीं भरी गई और न ही यात्रियों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था की गई है।
पुराने बस स्टैंड की तुलना में यहां पर चहल पहल ज्यादा नहीं हो पाती है जिसके चलते व्यापारियों द्वारा नीलामी लगा कर ली गई अधिकांश दुकानें आज बंद पड़ी है। और दुकानें बंद होने के कारण यहां हर समय सूनापन नजर आता है। बस स्टैंड पर बनी सभी 36 दुकानों की नीलामी हो चुकी है और दुकानदारों ने नीलामी का 25% पैसा जमा भी कर दिया है लेकिन व्यापारियों के हाथ में दुकानों की चाबी नहीं दी गई है जिसके चलते दुकानों का ना खुलना भी बस स्टैंड की दुर्दशा का एक बड़ा कारण है। दुकानदारों का कहना है कि यदि हमें परिषद चाबी सौंप कर दुकान शुरू करने की अनुमति दे तो हम बाकी का पैसा भी जल्द भर देंगे। लेकिन परिषद का कहना है कि व्यापारियों ने 25 प्रतिशत पैसा जमा करने के बाद कई बार नोटिस दे के बाद भी बाकी का पैसा नही भरा है इसलिए पैसा पूरा जमा होने पर ही दुकान की चाबी दी जाएगी। बहरहाल इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। और साथ ही लाखों रुपए के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। दुकानें शुरू होने के बाद ही यहां पर रौनक आ सकती है इसलिए इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही बस स्टैंड तो बना दिया गया है लेकिन बस स्टैंड पहुंच मार्ग की बहुत ही दुर्दशा हो रही है और मार्ग बहुत ही जर्जर हो चुका है । और ना ही इस मार्ग में पथ प्रकाश की व्यवस्था है रात्रि में बस स्टैंड पर कई सवारियां उतरती है जहां पर्याप्त लाइट ना होने के कारण उनको परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही यहां से नगर में जाने के लिए परिवहन के पर्याप्त साधन नही होने के चलते भी यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है । यहां पर चल रहे परिवहन के साधन इक्के दुक्के ऑटो रिक्शा ही है उनका किराया बहुत अधिक होने से लोगो में नाराज़गी देखी जा रही है। आमजनों का कहना है कि यदि नगर में ई रिक्शा जैसे अन्य आवागमन के साधन शुरू कर दिए जाए तो काफी सुविधा होगी।
इनका कहना है
अटल बिहारी बस टर्मिनल पर जो दुकानें बनाई गई है वे दुकानें व्यापारियों ने नीलामी लगाकर ली है और नीलामिबका 25 प्रतिशत पैसा ही जमा किया है बाकी पैसा यदि वे जमा कर दे या लिखित में दे की किस्तों में या एक समय सीमा मैं पैसे जमा कर दे तो उनको चाबी देकर दुकान खोलने की अनुमति दे दी जाएगी। और बस स्टैण्ड पर अव्यवस्थाएं है उन्हे भी जल्द व्यवस्थित कर सुचारू व्यवस्था करेंगे।
सीएमओ
नगर परिषद जोबट