पूरी शिद्दत के साथ माह-ए-रमजान में पूरे रोजा रखने वाले 11 वर्षीय मुजम्मिल मंसुरी का किया गया गर्मजोशी से इस्तकबाल
आलीराजपुर नन्हें रोजेदार मुजम्मिल मंसुरी पिता सईद मंसुरी(पाकीज़ा) बहारपुरा अलीराजपुर ने इस बार पूरे रमजान माह भर रोजा रखकर मुल्क की सलामती तथा आपसी प्रेम सद्भाव के लिऐ दुआ मांगी है। पूरे रमजान महीने रोजा रखकर इबादत की है।मुजम्मिल मंसुरी ने एक माह के रोजे रखे हैं ।जो पूरे परिवार के साथ ही सभी रस्मों को पूरा करते है तथा शाम को इफ्तार कर खाते पीते हैं। 11 साल के मुजम्मिल ने रोजाना रोजे मे नमाज के बाद मुल्क के अमन चैन तथा लोगो के प्रेम सौहार्द के लिऐ अल्लाह से दुआऐ मांगते हैं। 11वर्षीय मुजम्मिल मंसुरी कहते हैं कि रमजान महीने मे सभी को रोजा रखना चाहिऐ यह इबादत का महीना है इसमे इबादत से अल्लाह बरकत करता है। जो रोजा नही रखते है उनको इबादत नही मिलती है। रमजान महीने मे लोगो की मदद करनी चाहिऐ तथा किसी का बुरा नही सोचना चाहिऐ इसमे नेकदिली दिखानी चाहिऐ मस्जिद मे नमाज के बाद लोगो की मदद करनी चाहिऐ। ईद के दिन हम लोग नमाज अता कर सबसे गले मिलेंगे और प्रेम सद्भाव की मिसाल कायम रखेंगे। इस दौरान मुजम्मिल के पूरे माह के रोजे रखने पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल था। परिवार के लोगों ने माला पहनाकर इस्तकबाल भी किया।