आदिवासी समाज की भोंगर्या हाट की गैर में अलीराजपुर में उमड़ा जन सैलाब
अलीराजपुर:- आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी के नेतृत्व में प्रति वर्ष अनुसार पार्टीवाद, संगठनवाद एवं व्यक्तिवाद से हट कर सोमवार को जिला मुख्यालय अलीराजपुर में भोंगर्या हाट की विशाल गैर परम्परागत रीति रिवाजसंस्कृति अनुरूप पूजा पाठ कर देशी वाद्य यंत्रों ढोल,मांदल एवं बांसुरी नृत्य दल के साथ नास्ते गाते आदिवासी समाज के द्वारा स्थानीय टंट्या भील चौराहें से होते हुये झंडा चौक,पोस्ट ऑफिस चौराहा,निम चौक से बस स्टैंड तक विशाल रैली के रूप में गैर निकाली गई है। गैर निकाले से पूर्व टंट्या भील को होली पूजन की सामग्री अर्पित कर माल्यार्ण किया गया।सबसे पहले टंट्या भील के गाता के चारों ओर पांच बार गैर को घुमा कर गैर को वहां से प्रारंभ की गई।
चारों और से छात्रों युवाओं,महिलाओं,मजदूर, किसानों,व्यापारी एवं आदिवासी समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यक्रताओं एवं समाज के वरिष्ठ तथा जिला कोर कमेटी के सदस्यों में उत्साह देखते ही बन रहा था। महिला पुरुष सभी अपनी अपनी परम्परागत वेश भूषा में ढोल, मांदल एवं बांसुरी की मधुर धुन पर हाथ से घुँघरू बजाते नास्ते गाते चल रहे थे।जगह जगह पर अन्य समाज के लोगों ने भी स्वागत कर बधाई दी,ओर सभी ने परंपरागत स्वत्रंत निकाली गैर की प्रशंसा की गई हैं,गैर को देखने के लिए अन्य समाज के लोग भी बस स्टेंड पहुँचे और वे भी इस स्वत्रंत परम्परागत रूप से निकली गैर में नाचने गाने से अपने आप को रोक नही सकें उन्होंने भी आदिवासी समाज के मित्रों के साथ बहुत ही उत्साह के साथ नाचना गाना कर जिले के भोंगर्या हाट में सभी समाज जनों ने जिले की एकता,
लोक संस्कृति एवं मैत्री उमंगत का परिचय दिया।इस स्वतंत्र गैर में युवाओं,महिलाओं के साथ ही कर्मचारी अधिकारी वर्ग ने भी पारंपरिक वेशभूषा पहन कर आंनद का लुफ्त उठाया।जिला मुख्यालय पर ऐतिहासिक रूप से निकाली गैर (रैली) के सफल आयोजन के लिए आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी के द्वारा सभी समाज जनों का आभार व्यक्त किया गया है।