जोबट क्षेत्र की जमीन अधिग्रहण को लेकर स्थानीय मंडी प्रांगण में ग्रामीणों ने बेठक कर चर्चा की
जोबट क्षेत्र की जमीन अधिग्रहण को लेकर स्थानीय मंडी प्रांगण में ग्रामीणों ने बेठक कर चर्चा की
आदिल मकरानी की रिपोर्ट
जोबट:- पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया में ग्राम उबलड, बड़ा गुडा,छोटी जवारी, चगदी, बेटवासा,उमरी,नेहतड़ा,सालखेडा, इंदवन,अड़वाड़ा,डाबड़ी ,चगदी,आदि गांव की जमीन अधिग्रहण को लेकर ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। इसको लेकर उपस्थित सभी ग्रामीणों एवं अनिल हरवाल ने कहा कि अंग्रेजो,पूंजीपतियों, साहूकारों से भूखे प्यासे पेड़ पौधों घास पूस की रोटी सब्जी खाकर अपनी जमीन के लिए लड़ते – लड़ते शहीद होकर हमारे पूर्वज खेत खलिहान और जमीन बचा कर रखी है। गोरे अंग्रेज चले गए परन्तु काले अंग्रेज आज भी यही रह गए हैं।जो हम आदिवासियों को परेशान कर रहे है और हमारी जमीन को छीन कर अपना आशियाना बनाना चाहते हैं। साधन हीन रहकर रूखी सुखी रोटी खाकर पूरा आदिवासी समाज भुखमरी,मंहगाई,
बेरोजगारी का दुःख दर्द सहन करते हुये आज भी पलायन के लिये मजबूर है।सभी लोग चिंतित है,और चिंता का यह विषय है कि आदिवसियों पर आए दिन शारीरिक,मानसिंक,आर्थिक रूप से शोषण अत्याचार हो रहा हैं।सरकार एवं किसी भी बड़े नेता साथ खड़े नही हो रहे हैं।जबकि अत्याचार, शोषण पर सामाजिक सन्गठन हर बार ज्ञापन आंदोलन
के लिए आगे आते है। समाजिक कार्यकर्ताओ,कर्मचारियों पर कार्यवाही का डर पैदा कर रखा है। बैठक में गुना से पधारे श्री रमेश जी डावर ने कहा है कि आपकी जमीन का पूर्व में ही अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिली भगत से ग्राम सभा मे पारित ठहराव प्रस्ताव ले लिए गए है। अब यह लड़ाई एक दो गांव के लोग मिलकर नही बल्कि इसके लिए सभी लोगो को एकत्रित होकर मजबूती के साथ लड़ने को कहा गया है और उक्त जमीन अधिग्रहण के मामले में सांसद महोदय गुमानसिंह जी डामोर से फोन पर चर्चा कर कहा आप इस जमीन के मामले को संसद में उठाये। मामला बहुत गम्भीर हो गया हैं। बैठक में उपस्थित श्री अरविंद जी कनेश जयस जिला उपाध्यक्ष ने कहा हम लोग पिछ्ले 4 महीने से इस मामले को लेकर ज्ञापन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोग अपनी निजी स्वार्थ के कारण मामले को दबाने का षड्यंत्र कर रहे है,और इस लड़ाई को तेज करने को कहा है। श्री नितेश जी आलावा ने कहा मामला गम्भीर है। मिलकर लड़ना होगा, और अभी नही जागोंगे तो परिणाम बहुत बुरा होगा। वही श्रीमती रिंकुबाला-लालसिंह डावर जिला पंचायत सदस्य जोबट ने कहा पिछले कई महीनों से जमीन अधिग्रहण के वाइरल पत्रों के मामले को लेकर ग्रामीणों के बीच जाकर जोबट एसडीएम महोदय जोबट को ज्ञापन के साथ ग्राम सभा के ठहराव प्रस्ताव दे चुके हैं। हमारी जमीन को बिना ग्राम सभा के कोई भी बाहरी लोग खनिज पदार्थ की जांच नही सकते हैं। लेकिन कार्य को रुकने का नाम नही ले रहे हैं। अधिकारी नेता इस मामले को दबाने में लगे हुये हैं। और वाइरल पत्रों को ओर व्यक्तियों को अफवाह बताकर जनता को गुमराह करने में लगे है। यदि सब अफवाह है,तो मेरे पत्रों का जवाब कलेक्टर महोदय को तत्काल मुझे देना चाहिये। हम आपकी बात को मौखिक रूप से नही बल्कि लिखित रूप में देयेंगे तो ही मानेंगे। वही श्रीमती रिंकुबाला डावर ने कहा भाबरा विकास खण्ड में भी दाहोद बड़वानी फ़ॉर लेन रोड के नाम पर आदिवासियों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। कलेक्टर नेता आएंगे जाएंगे पर हमारी जमीन एक बार चली गयी तो कोई वापस नही ला सकता हैं। जनता को जागना होगा। वही उबलड सरपंच श्री लक्ष्मणसिंह डावर ने कहा बार -बार हमारी जमीन में बाहरी लोग आकर पत्थर मिट्टी का परीक्षण कर रहे। दो बार हम पुलिस प्रशासन एवं कलेक्टर महोदय को अवगत करा चुके हैं। इस बार और आये तो उनके पते भी नही चलने देने की बात कही गई है। वही श्री वीरेंद्र बघेल ने कहा यह हमारी जल जंगल जमीन का मामला है। अगर जमीन अधिग्रण के ठहराव प्रताव गए है। तो हम हमारी लड़ाई पूरी संवैधानिक रूप से लडेंगे। लेकिन जमीन नही देने की बात कही गई है। भीकू भाई चौहान ने कहा बात जमीन की हो मौकापरस्त लोग बहुत मिलेंगे हम हमारी लड़ाई संवैधानिक भी लड़ना जानते है और अपने तरीके से भी लड़ेंगे।वही श्री पातालसिंह जी बघेल,श्री दिलीपसिंह डावर अर्जुनसिंह जी सिंगाड ने भी मजबूती के साथ लड़ने को कहा हैं।इस प्रकार सभी ने क्रमवार अपनी बात रखी। बैठक में हजारों की संख्या में ग्रामीण जोबट पहुँचे थे।और सभी ने जमीन अधिग्रहण को लेकर चिंतित व आक्रोशित नजर आ रहे थे।