कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए शुक्रवार को होने वाली ईद उल फितर की नमाज घरों में अदा करने की अपील प्रभारी शहर काजी सैय्यद हनीफ मिया
इरशाद मंसुरी की रिपोर्ट
अलीराजपुर – मोहतरम हज़रात जैसा की आपको मालूम है। मुल्क में लॉकडाउन की मुद्दत बढ़ाकर 17 मई कर दी गई है। इस अर्से में सरकार द्वारा मज़हबी इबादतगाहो में लोगों के जमा होने पर पाबन्दी बरकरार रखी गई है। मुसलमानो ने अलहम्दुलिल्लाह लॉकडाउन पर अमल किया है।यहां तक कि मस्जिद में पंजवक़्ता नमाज़, तरावीह और जुमा में नमाजियों की तादाद मेहदूद रखी है। अब जबकी रमजानुल मुबारक अपने इख्तिताम को पहुंच रहा है ।और ईदुल फित्र की नमाज़ किस तरह अदा की जायेगी इस पर अलीराजपुर शहर के जिम्मेदार उलमा से मशवरे के बाद यह फैसला लिया की जिस तरह मस्जिद में पंजवक्ता नमाज़, तरावीह और जुमा में चन्द लोगो ने नमाज अदा की है।
इस बार भी कोरोना महामारी को देखते हुए,शासन प्रशासन की गाइडलाइन के हिसाब से ईदगाह में ईद की नमाज नही होंगी। तमाम लोग अपने अपने घरों में नमाज पढ़े सोसालडिटेन्स का पालन करे।स्वच्छता का बनाये रखे। अपने बच्चों और परिवार ख्याल रखे। और इस ईद की खुशी को अपने परिवार के साथ मनाये। साथ ही बाजारों में भीड़ इकट्ठी ना करे। ईद का त्योहार आपसी भाईचारे का संदेश देता है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए घर पर नमाज पढ़ें और आवश्यक एहतियात बरतें। प्रशासन का सहयोग करे। शासन प्रशासन की गाईड लाइन का पालन करे।
घर पर सादगी के साथ ईद मनायें
घर पर सादगी के साथ ईद मनायें और गरीब, मिस्कीन, जरूरतमंदो को ज़्यादा से ज़्यादा जकात, फ़ितरा, सदका व खैरात किया जाऐ। हमारे इमामो/हाफिज़ साहिबान ने जो ख़िदमात अंजाम दिया है। हर साल की तरह इस साल भी उनका ख्याल रख कर भरपूर ख़िदमत की जायें। अल्लाह तआला से दुआ करें कि वो जल्द से जल्द इस कोरोना महामारी वबा का खात्मा करे, और अपने बन्दो पर रहमतें व बरकतें नाजिल फ़रमाए और मामूल की ज़िन्दगी फिर से लौटा दे।