अलीराजपुर दिनांक 24 जून 2025 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर श्री प्रदीप पटेल ने बताया कि वर्तमान समय में संगठित अपराधी गिरोह या व्यक्तिगत जालसाज सोशल मीडिया, स्कूल, कॉलेज या कोचिंग के माध्यम से छात्राओं और महिलाओं को अपने झांसे में लेकर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इस प्रकार के मामलों में फर्जी प्रेम-प्रसंग के जरिए युवतियों का विश्वास जीतकर उनके आपत्तिजनक वीडियो या फोटो बना लिए जाते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है ।
सॉयबर अपराध की जालसाजी की कार्य प्रणाली-
* स्कूल-कॉलेज जाने वाली, हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं, अकेली महिलाएं या सोशल मीडिया पर सक्रिय युवतियां इनके निशाने पर होती हैं।
* जालसाज सोशल मीडिया या व्यक्तिगत संपर्क के ज़रिए दोस्ती करते हैं।
* दिखावटी लग्ज़री जीवनशैली, गाड़ी, मोबाइल, गैजेट्स आदि से प्रभावित करने की कोशिश की जाती है।
* शुरुआत में व्यवहार बहुत सौम्य और सहयोगात्मक होता है।
* धीरे-धीरे युवतियों को महंगे होटल, पब या ढाबों में ले जाकर नशे की लत डाली जाती है।
* नशे की हालत में आपत्तिजनक वीडियो/फोटो रिकॉर्ड किए जाते हैं। इन्हीं का उपयोग करके युवती को ब्लैकमेल किया जाता है।
* कुछ मामलों में युवतियों को अन्य युवतियों को भी फंसाने के लिए मजबूर किया जाता है।
* जबरन शादी, धर्मांतरण, देह व्यापार और मानव तस्करी तक मामलों का विस्तार हो सकता है।
सॉयबर जागरूकता के लिये रखनें वाली सावधानियां
* कभी भी कोई अंतरंग फोटो/वीडियो अपने मोबाइल या डिवाइस में न बनाएं, न रखें और न ही किसी के कहने पर भेजें।
* किसी भी अनजान व्यक्ति से दोस्ती करने से पहले उसकी पूरी जानकारी व सत्यापन करें।
* महंगे गिफ्ट, गाड़ियों या जीवनशैली के झांसे में न आएं। यह सब जाल हो सकता है।
* किसी के कहने पर नशे का सेवन न करें, विशेषकर अनजान लोगों के साथ।
* ऑनलाइन बने मित्रों से अकेले में मिलने से बचें।
सॉयबर की शिकायत कहां करें –
किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाने,साइबरक्राइमपोर्टल (https://www.cybercrime.gov.in) या साइबर हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर शिकायत करें।
अलीराजपुर पुलिस मोबाईल नम्बर – 7587616701
सॉयबर अपराधों से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है – (सतर्कता और जागरूकता )। अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बनें और किसी भी संदेहास्पद परिस्थिति में तत्काल मदद लें।