बागी रहे बरकरार,अलीराजपुर विधानसभा से छः और जोबट से सात उम्मीदवार मैदान में।
जुबेर निजामी की रिपोर्ट ✍
बागी बिगाड सकते है समीकरण, जोबट मे त्रिकोणीय मुकाबला, माधोसिंह डावर किसपर पड सकते है भारी देखे।
अलीराजपुर- जिले की दोनों विधानसभा सीटों पर नामांकन वापसी के अंतिम दिन भी बागी व निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन वापस नही लिए ऐसे में भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टी के उम्मीदवारों के चुनावी समीकरण को बिगाड़ कर रख दिया है।
अलीराजपुर विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत आज उम्मीदवारो के द्वारा नामांकन वापस लेने की समयावधि समाप्त होने के पश्चात रिटर्निंग आफिसर अलीराजपुर तपीस पांडे द्वारा विधानसभा क्षेत्र 191 से चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों की सूची एवं प्रतीक चिन्ह का आवंटन करते हुए सूची जारी की गई इस सूची अनुसार अंतर सिंह पटेल बहुजन समाज पार्टी, नागरसिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी, मुकेश पटेल काँग्रेस, जयस समर्थित नवलसिंह मंडलोई निर्दलीय, सुरेन्द्र ठकराला निर्दलीय, हिरला चौहान निर्दलीय उम्मीदवार है।
अगर हम बात करे तो आरोप प्रत्यारोप के बीच अलीराजपुर विधानसभा मे काटे की टक्कर मानी जा रही है जो सीधी काँग्रेस और बीजेपी यानी मुकेश पटेल और नागरसिंह चौहान के बीच है हा यदि बीजेपी की बागी वकील सिंग ठकराल खुद चुनाव मैदान मे आते तो मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता था मगर अब मुकाबला दो के बीच माना जा रहा है वही हम बात करे जयस समर्थित नवलसिंह मंडलोई की तो उनकी सक्रियता नजर नही आ रही है इस लिए चुनाव कांग्रेस व बीजेपी के बीच ही होना है।
जोबट उम्मीदवार
वही रिटर्निंग आफिसर जोबट 192 वीरेन्द्र सिंह द्वारा चुनाव लडने वाले उम्मीदवारो की सूची एवं प्रतीक चिन्ह आवंटित करते हुए सूची जारी की गई।
सूची अनुसार उम्मीदवार विशाल रावत भारतीय जनता पार्टी, सेना महेश पटेल काँग्रेस, मोहनसिंह निगवाल भारतीय सामाजिक पार्टी, अजनार सुरपाल सिंह निर्दलीय, रिकूंबाला लालसिंह डावर निर्दलीय, दिलीपसिंह भूरिया आप, माधोसिंह डावर निर्दलीय उम्मीदवार है।
यदि जोबट विधानसभा की बात करे तो कांग्रेस मजबूत स्थिति मे नजर आ रही कांग्रेस के बागी उम्मीदवार सुरपाल अजनार की भी उम्मीदवारी इतनी मजबुत नही है क्योकि उनके पास कार्यकर्ताओ की भी कमी है वही जयस समर्थित रिंकूबाला डावर भी कांग्रेस के लिए चुनौति नही है। बीजेपी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार माधोसिंह डावर एक बडा नाम बडा चेहरा है जिसकी लोकप्रियता जोबट विधानसभा मे मजबूत है जिनके पास अनुभव और कार्यकर्ताओ की बडी लाबी है जिसके दम पर माधोसिंह डावर की स्थिति मजबुत मानी जा रही है बीजेपी उम्मीदवार विशाल रावत के लिए मुसीबत बने है माधोसिंह डावर जिससे बीजेपी को भारी नुकसान उठाना पड सकता है माधोसिंह डावर के निर्दलीय चुनाव लडने से बीजेपी के कही कार्यकर्ताओ ने पार्टी से दुरिया भी बना ली है भारी संख्या मे कार्यकर्ता कांग्रेस की सदस्यता ले रहे है जेसा की माधोसिंह डावर ने प्रेस वार्ता मे कहा था की विशाल रावत चुनाव हार जाएगे कारण भी बताया था की वो कार्यकर्ताओ के फोन नही उठाते। मगर यह भी कहना गलत नही होगा की जोबट विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय मुकाबला होगा जो बीजेपी को विशाल रावत के वोट को डेमेज करेगा चुनावी विशेषज्ञ की माने तो मुकाबला सेना महेश पटेल और माधोसिंह डावर के बीच होगा।
जोबट विधानसभा मे महेश पटेल ने अपने निजी खर्च से कही किलोमीटर के रोड बनवाए एक जन सेवक के रुप मे महेश पटेल ने अच्छे काम किए जिसकी वजह से महेश पटेल की लोकप्रियता काफी मजबुत मानी जा रही है।