आवास योजना:-जनपद सीईओ और सचिव की मनमानी काम करने के बाद भी अभी तक पैसा नहीं मिला ग्रामीणों को
डही:- ग्राम पंचायत विकास के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन ग्राम पंचायत के जनपद पंचायत CEO श्याम माधवाचार्य जी व सचिव जोरसिंह डावर एवं ग्राम रोजगार सहायक मंतरसिंह जामोद की मनमानी के चलते ग्रामीणों तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।मूलभूत सुविधाओं सहित शासन की कई योजनाओं से डही जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कलमी के निवासियों का आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो मकान दिए जा रहे हैं एवं मकानों को बनाने के कार्य निर्माण के लिए 90 दिन की मनरेगा के मजदूरों को जो मजदूरी दी जाती है वह मजदूरी के पैसे ग्राम पंचायत में लगभग 200 प्रधानमंत्री आवास का निर्माण हो चुका है लेकिन किसी को 90 दिन की मजदूरी मिलती है वह किसी व्यक्ति को भी मजदूरी नहीं मिली। आश्चर्य की बात यह है कि ग्रामवासी को इस संबंध में पता ही नहीं था जब लोकडाउन में गांव के युवा जो पढ़ाई के लिए शहर में रहते हैं वह आए तो इस संबंध में जानकारी दी गई ग्राम में पंचायत नहीं खोलने के कारण ग्रामीणों को मजबूरन जनपद कार्यालय एवं सचिव के घर चक्कर काटने पड़ते हैं बारिश हो नहीं रही पैसा मिल नहीं रहा इसलिए लगातार चक्कर काट रहे।उन्हें ऑनलाइन नाम दिए जाने की बात कर जनपद कार्यालय से CEO व सचिव द्वारा यह कह कर टाल दिया जाता है।
ग्रामीणों द्वारा इस संबंध में CEO कुशवाहा जी, सचिव जोरसिंह डावर को फोन लगाने पर किसी का फोन ही नहीं उठाते कभी उठा भी लेते तो बात ही नहीं करते। गांव के दर्जन से भी अधिक लोगों का आरोप है कि मकान का कार्य पूरा हो गया है मजदूरी करने का नाम उनका सूची में शामिल किया है लेकिन पैसा अभी तक मिला क्यों नहीं क्या वह योजना के लाभ पात्र नहीं है ग्राम पंचायत द्वारा योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा ग्रामीणों ने जनपद पंचायत व सचिव की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी मजदूरी का के पैसे नहीं मिलने की जानकारी मांगने की कोशिश करते हैं तो जानकारी नहीं दी जाती दूसरा अभद्र व्यवहार किया जाता है।