दो दिवसीय आजीविका मैपिंग कार्यशाला संपन्न, आजीविका संवर्धन की दिशा में सराहनीय पहल – संस्कृति जैन
अलिराजपुर – जिले में आजीविका संभावनाओं को समेकित करने के लिए जिला आजीविका संभावना मेपिंग कार्यशाला का दो दिवसीय आयोजन कलेक्ट्रेट ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ । मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अलीराजपुर के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला का शुभारंभ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संस्कृति जैन ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया उन्होंने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए मिशन के तहत गठित संस्थाओं को सशक्त बनाने तथा उन के माध्यम से की जा रही गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पहल करने की आवश्यकता पर जोर दिया तथा इसे सराहनीय पहल बताते हुए संस्थाओं के प्रतिनिधियों को उनके दायित्व का बोध करवाया । कार्यशाला के प्रथम दिवस सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गठित स्वयं सहायता समूह एवं संस्थाओं को किस प्रकार लाभान्वित किया जा सकता है कि बारे में उद्यानिकी , मृतस्य, पर्यटन, जिला उद्योग एवं व्यापार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी वन विभाग आदि के अधिकारियों ने अपनी विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
सहयोगी संस्था टी आर आई एफ द्वारा विकास खंडों में आजीविका की वर्तमान स्थिति, भविष्य की संभावनाओं को तलाशने के लिए संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं अमले के बीच समूह कार्य देकर कृषि, गैर कृषि, रोजगार मूलक, वनोपज, लघु उघम आदि विषयों पर जानकारी संग्रहण करवाने का किया। द्वितीय दिवस में प्रस्तावित कार्ययोजना में भौतिक एवं वित्तीय पहलूओ के साथ विभागीय योजनाओं के समन्वय के पहलुओं को शामिल किया गया तथा प्रतिभागियों ने प्रस्तुतीकरण दीया। जिला प्रबंधक अनुराधा पाटीदार द्वारा संकुल आधारित गतिविधियों बढ़ावा देने की जानकारी दी गई। सुगमकता की भूमिका रोनित बनर्जी, रूपक घोष, विकास यादव द्वारा निभाई। जिला प्रबंधन इकाई से इकू बघेल, दीपिका चौहान, महेश कनासे, विश्वजीतसिंह कुशवाह, अश्विन वाणी , ओमप्रकाश यादव, कैलाश चौहान एवं विकासखंड अमले सहित 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया।