माह-ए-रमजान, इस मासूम ने सिर्फ 7 साल की उम्र में रखा रोजा…..अमन चैन की मांगी दुआएं
अलीराजपुर के हशनैन निजामी उम्र 7 वर्ष ने एक नन्हे रोजेदार ने रोजा रखकर खुदा की बारगाह में इबादत का आगाज़ किया है। रमजान-उल-मुबारक में
मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत में मशगूल है। रोजा, नमाज और तरावीह नमाज के साथ कुरआन की तिलावत कर रोजेदार अल्लाह को राजी करने में लगे है। इसी बीच कम उम्र के मासूम बच्चे भी रोजा रख अल्लाह की इबादत में मशगूल है। इसी कड़ी में हशनैन निजामी उम्र 7 वर्ष की उम्र में पहला रोजा रखकर हर किसी को चौंका दिया हशनैन निजामी ने पूरे परिवार के साथ पहले सहरी खाई, उसके बाद रोजे की नीयत कर रोजा रखा। पूरा दिन भूखा-प्यासा रहकर नमाज़ भी अदा की। शाम के समय पूरे परिवार के साथ रोजा इफ्तार किया। 7 वर्ष की उम्र में पहला रोजा रखकर हशनैन निजामी
बेहद खुश है। शाम के वक्त हल्की प्यास का अहसास हुआ, लेकिन उस वक्त परिवार ने उसका हौसला बढ़ाया और आखिरकार तकरीबन 13 घंटे भुखा प्यासा रहकर 7 साल के हशनैन निजामी ने पहला रोजा पुरा कर लिया। सभी ने रोजदार को दुआएं देते हुए परिवार को मुबारकबाद पेश की है। इफ्तार के वक़्त पापा जुबेर निजामी, मम्मी शबाना बी, मोना दादा मुश्ताक एहमद दादी रुकैया बी ने दुआओ नवाजा