अख्लाक नवाबी की रिपोर्ट
भाबरा के पास नेशनल हाईवे (NH_56) रोड के बायपास को निरस्त करते हुए बड़वानी दाहोद मार्ग को सीधे मार्केट से निकालने हेतु ज्ञापन सौंपा।रूडीगत ग्राम सभा 13, 3क के अनुसार ग्राम सभा मे निर्णय लिया गया है कि हम हमारी जमीन किसी भी कीमत पर नहीं देंगे। क्युकी रोड के नाम से आदिवासियो की जमीन अधिग्रहण से आदिवासियों की सामाजिक संस्कृति एवम आर्थिक हितों पर विपरित प्रभाव कर सविधान के प्रावधान अनुचेद 244(१) व 16(5) एवम भू राजस्व संहिता 1959की धारा 165 में आदिवासियों के लिए विशेष प्रावधान तथा पैसा कानून 1996 के मूल प्रावधान की मंशा अनुसार आदिवासियो की जमीन को बगेर अनुमति से कोई भी नहीं ले सकते है।
आंबुआ दाहोद मार्ग ग्राम बड़ा भावटा से होकर दो मार्ग चिन्हित किए हैं। जिसके लिए प्रशासन द्वारा प्रभावित भू स्वामी एवम ग्राम सभा को ऊक्त जानकारी से अनभिज्ञ रखा गया है।
उस बायपास मार्ग निकलने से हम ग्रामवासी 4 ग्राम के प्रभावित हो रहे हैं, क्युकी हमारी संस्कृति जीविका एवम आस्था बाबा देव पर बहुत गहरा असर होगा। जिसके लिए हम जमीन नहीं देंगे।
अगर प्रशासन द्वारा 3 दिन में बायपास को निरस्त नहीं किया जाता है तो जयस व आदिवासी समाज द्वारा अनुविभागीय कार्यलय भाबरा मे सेकडो की संख्या में आमरण अनशन किया जाएगा और घेराव किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।
ज्ञापन सोपते समय जयस के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मनोज डामोर, पंकज भयडिया, पप्पू वसुनिया, सरदार परमार, जिला पंचायत सदस्य रिंकुबाला डावर, भारत हिहोर, रमेश मेडा, रमेश रावत, दलसिंह वसुनिया, दिलीप भूरा, पार्षद इकराम अजनार, पार्षद लिमसिंह, सरपंच गण सहित सैकड़ों आदिवासी समाज के लोग उपस्थित हुए।