सामाजिक कार्यों और परम आध्यात्मिकता का प्रतीक बना संत रामपाल जी महाराज का 71वां अवतरण दिवस
08 सितंबर 1951 को जन्मे अविरल ज्ञान के धनि, अपने समाज सुधार और संघर्ष के लिए विश्व विख्यात संत, संत रामपाल जी महाराज का 71वां अवतरण दिवस उनके शिष्यों के द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।इस अवसर पर अनुयायियों ने जगह जगह रक्त दान शिविर का आयोजन किया।
संत जी के अवतरण दिवस पर उनके आश्रम दिल्ली के मुंडका आश्रम, हरियाणा के कुरुक्षेत्र, रोहतक, भिवानी और पंजाब के जिला संगरूर के धुरी आश्रम में संत गरीब दास जी की अमृतवाणी का तीन दिन अखंड पाठ किया गया इसके साथ साथ पूरे देश में करोड़ो अनुयायियों ने घर पर संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुना और संत रामपाल जी महाराज जी का 71वां अवतरण दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया।
इस दिन अनुयायियों ने संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए गए अद्वितीय ज्ञान और उनके द्वारा किए जा रहे समाज सुधार के कार्यों का विशेष उल्लेख किया एवं उन्होंने बताया कि संत रामपाल जी महाराज पूरे समाज को दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त और अश्लीलता मुक्त, कष्ट मुक्त बनाना चाहते हैं। जिसके लिए वे और उनके करोड़ो अनुयाई दिन-रात प्रयासरत हैं।
संत जी महाराज का एक ही उद्देश्य है भक्ति करवा कर इस सृष्टि से समस्त लोगों को उनके निज धाम अर्थात सतलोक पहुंचाया जाए जिससे कि इस दुःख लोक अर्थात धरती लोक से सभी लोग सुख की धरती अर्थात सतलोक पहुंच सकें।