विधायक पटेल ने विश्व आदिवासी दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने को लेकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
आलीराजपुर। क्षैत्रिय विधायक मुकेश पटेल ने आदिवासी संस्कृति-सभ्यता, भाषा, रीति-रिवाज को संरक्षित एवं जीवित रखने हेतु आगामी 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाए जाने हेतु राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर राघवेंन्द्रसिंह को सौपा। विधायक पटेल ने देश की 15वीं राष्ट्रपति बनने पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आपको राष्ट्रपति के रूप में देखकर मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है। देश की प्रथम आदिवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति बनने पर हमे गर्व महसूस हो रहा है। विधायक पटेल द्धारा सोपे गए ज्ञापन मे बताया कि इस ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराने में आता है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा पूरे विश्व में आदिवासी संस्कृति, भाषा, रीति-रिवाज सभ्यता को संरक्षित रखने के लिए 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाये जाने हेतु दिसम्बर 1994 को घोषणा की गई | इस दिवस को संपूर्ण आदिवासी समाज एक वृहद स्तर पर उत्साह, हर्षोल्लास के साथ अपनी पारंपरिक वेशभूषा और रीति-रिवाज के साथ मनाते आ रहे है। जिसके लिए प्रतिवर्ष हम आदिवासी समाज को अपनी राज्य सरकारों को ज्ञापन और पत्रों के माध्यम से विश्व आदिवासी दिवस मनाए जाने हेतु सार्वजनिक अवकाश के लिए मांग करते आ रहे है। किन्तु अभी तक केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं किया है |
फ्लस्वरूप भारत देश के हर आदिवासी समाज के व्यक्ति के साथ पक्षपात और भेदभाव सा महसूस हो रहा है। विधायक पटेल ने महामहिम महोदया से अनुरोध करते हुए कहा कि आदिवासी समाज की संस्कृति, भाषा, रीति-रिवाज, सभ्यता को संरक्षित रखने एवं विश्व आदिवासी दिवस मनाऐं जाने हेतु पूरे भारत मे राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करें।