त्योहार को लेकर बाजार में बड़ी भीड़ नगर में बेखोफ घूम रहे बड़े वाहन
अलीराजपुर:- वैसे तो शहर में जाम की समस्या बाजार वाले इलाके में हमेशा ही रहती है। लेकिन राखी के त्योहार से पूर्व बढ़ी भीड़ से जाम के जाम की समस्या से लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। राखी खरीदने आ रही महिलाओं और बच्चों को अव्यवस्था को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।स्थिति दिनभर खरीदारी करने वाले लोगों की भीड़ आने से यातायात व्यवस्था लडख़ड़ाई रही। आमतौर पर एमजी रोड, निम चोक पर ज्यादा भीड़ रहती है। लेकिन त्योहार के चलते शहर की सभी सड़कों पर ज्यादा भीड़ थी, लेकिन शहर में पार्किंंग की व्यवस्था नहीं होने,यातायात विभाग की नरमी और वाहन चालकों की मनमानी के कारण यातायात व्यवस्था ऐसी बिगड़ी कि, देर शाम तक शहर के बाजार में जाम की स्थिति रहती। वहीं शहर के अंदर चौराहों पर वाहन चालकों की मनमानी के चलते दिनभर हर दस मिनट पर जाम लगता रहा। निम चोक में ट्रेफिक इस कदर बिगड़ा कि, लोग परेशान हो रहे, बीच सड़क पर वाहन पार्किंग कर खरीदारी कर रहे है। कहां से निकले,कैसे और कहां से चले।
पार्किंग न होने से गड़बड़ाई व्यवस्था
पार्किंग के लिए शहर के बाजार में जगह निर्धारित नहीं होने से लोग कही भी अपने दो पहिया एवं चार पहिया वाहन खड़ा कर देते हैं। ज्यादातर लोग सड़क से सटाकर ही अपना वाहन खड़ा देते हैं, जिसके कारण शहर की यातायात व्यवस्था अक्सर लडख़ड़ा जाती है। मुख्य मार्ग पर जाम जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है। त्योहार पर खरीदारी के लिए एमजी रोड से लेकर निम चौक, बाजार में भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इतने बड़े मार्केट में एक भी पार्किंग नहीं होने से सड़क और सड़क का किनारा ही पार्किंग बन गया है। जिससे जाम लग रहा है। इस ओर स्थानीय प्रशासन एवं यातायात पुलिस का कोई ध्यान नहीं है। इस वजह से भी आवागमन बाधित करने वालों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सड़क तक दुकानें फैली हैं, दुकान से सटाकर गाडिय़ों की पार्किंग की जा रही है। ऐसे में सिंगल सड़क पर दो तरफा वाहनों के आवागमन से जाम लग रहा है।
चौराहों-तिराहों पर नहीं कोई देखने वाला
शहर के सभी प्रमुख चौराहों और तिराहों पर वाहन चालकों की मनमानी रोकने और उन्हें टोकने वाला कोई नहीं है। लोग कही से कैसे भी वाहन घुसा दे रहे हैं। जिससे चौक-चौराहों पर अक्सर जाम लग रहा है। यातायात कर्मचारी नहीं होने से पहले निकलने की होड़ में दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक कही से भी गाड़ी आगे बढ़ा देते हैं,जिससे वाहनों का काफिला आमने-समाने आ जाता है और जाम की स्थिति बन जाती है।
नहीं हो रहा नियमों का पालन
शहर के लोग यातायात नियमों के पालन को तब्जजों नहीं दे रहे हैं। चाहे सड़क पर चलने की बात हो या वाहन पार्किंग की, हर जगह नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। जल्दी निकलने के फेर में लोग खुद ही जाम लगा बैठते हैं, ऐसे में न वो खुद जल्दी निकल पा रहे,न दूसरे। दोपहिया वाहन चालक वाहन चलाते समय चार पहिया वाहनों के सामने या बगल से कभी भी गाड़ी निकाल देते हैं। ऐसे में दुर्घटना और विवाद हो जाते हैं। लेकिन फिर भी लोग ट्रै्फिक नियम को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। हैरत की बात ये है कि इसका खामियाजा भी उन्हें ही भुगतना पड़ रहा है। फिर भी कोई भी ट्रै्फिक नियम को लेकर गंभीर नहीं है। ऑटो और बस चालक बीच सड़क पर ही सवारियां बैठाते हैं। इस वजह से रोज विवाद की स्थिति बनती है। रही बात ट्रै्फिक पुलिस की, तो पुलिस की ये टीम वाहन चैकिंग और चालान में तो रुचि दिखाती है, लेकिन ट्रैफिक जाम को लेकर ठोस कवायद या कार्रवाई नहीं की जाती है।