आप नेता राडिया पड़ियार और सुमसिंग रावत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
मध्यप्रदेश के कर्मचारी चयन आयोग मंडल द्वारा उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में सामान्य वर्ग के 60%एवं तथा अन्य पिछड़े वर्ग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए 50% अंक अनिवार्य कर दिया है।
कार्यालय आयुक्त, लोक संचनालय मध्यप्रदेश भोपाल के पत्र क्रमांक UCR2022/C/252/2090 दिनांक 11/11/2022 के उच्च माध्यमिक और माध्यमिक स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक उसमें जनजाति कार्य विभाग और शिक्षा विभाग के द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 के आयोजन के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।उक्त परीक्षा में सामान्य वर्ग को60%अंक तथा अन्य पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए50%अंक पात्रता परीक्षा में अनिवार्य किए गए हैं।जिसे10%घटा कर50%और40% अंक किया जाना चाहिए क्योंकि सभी वर्ग के अधिकतर विद्यार्थी पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण नही कर पा रहे हैं जिसकी वजह से अधिकांश बेरोजगार छात्र इस शिक्षा विभाग की पात्रता परीक्षा से बाहर हो जायँगे। माननीय मुख्यमंत्री से प्रदेश के लाखो बेरोजगार युवा उम्मीद करते हैं कि पूर्व में जिस प्रकार से शिक्षक पात्रता परीक्षा में ऋणात्मक मूल्यांकन को हटाया था उसी प्रकार से10%अंक कम कर आगामी शिक्षक पात्रता परीक्षा में 50%एवं40% किया जाना चाहिए।इस दौरान राडिया पड़ियार, सुमसिंग रावत,राजूसिंह डुडवे,कैलाश डुडवे,वेस्ता चौहान, नरसिंह, नेहा भिंडे, शिवांगी पटेल,रेखा सोलंकी, वन्दना भिंडे,निकिता,जया चौहान, शेलेन्द्र सिंह, रामसिंह किराड़ आदि तमाम बेरोजगार युवा उपस्थित थे।