आदिवासी समाज के पुरखों की लाज रखने वाला मुलेसिंह चौहान की सराहनीय पहल
भटके हुवे मुसाफिर अभी पटेल को गतंव्य तक पहुचाने व उनके खाने पीने की व्यवस्था हेतु तत्पर हुवे मूले सिंह चोहानं..
आदरणीय मुलेसिंह का कहना कि इंसानियत ओर मानव सेवा करना ही आदिवासी समाज की पहचान है। इसको जीवंत रखना मेरे सहित मेरे साथी दिलीप वासु, गोलू बघेल, बबलू बामनिया , विकास बारीक, रतन जी चौहान सभी समाजजनों ने अपने कर्त्तव्य का पालन किया है । नानपुर के सेवाभावी व समाजसेवी भाई मूलेसिंह ने एक मुसीबत में फंसे व्यक्ति को उसके गंतव्य स्थान तक पहुँचाने एवं उसके खाने पीने की व्यवस्था कर आदिवासी समाज के लोगो एव अन्य जनों के लिए एक मिसाल पेश की है।