4 साल के गाजियुद्दीन पठान ने रखा पहला रोजा, रब को राजी करने मे बच्चे भी नही है पिछे, 14 घंटे भूखे प्यासे रहकर की इबादत।
✍️जुबेर निजामी की रिपोर्ट
अलीराजपुर माहे रमजान का पहला असरा चल रहा है चार रोजे मुकम्मल हो चुके है रमजान के इस पवित्र माह मे मुस्लिम समुदाय के हर बालीग पर रोजा रखना फर्ज है मगर बच्चो को बालिग होने तक की छूट मिली है फिर भी बच्चो मे इस्लाम और दिन के प्रति लगाव के साथ साथ रोजे रखने के लिए हौसले भी बुलंद है इसी कडी मे चोथा रौजा रखकर चार साल के गाजियुद्दीन पठान पिता जमालुद्दीन पठान ने रमजान का पहला रोजा रखा। पहले रोज़ा रखने के चलते परिजनों ने मगरिब नमाज़ के समय गाजियुद्दीन पठान को प्यार दुलार दिया और 6.45 बजे जैसे ही मगरीब की अजान हुई रोज़ा खोला। रोजा खोलने के पहले गाजियुद्दीन पठान का फूल माला पहनाकर इस्तकबाल किया। वही दादा सलाउद्दीन पठान, दादी सायरा बी बड़े पापा फरीद पठान , इकरामुद्दीन पठान सहित परिजनो ने पहला रोज़ा रखने पर मिठाई खिलाकर होंसला अफजाई कर देश के लिए अमन-चैन की दुआ की
आपको बता दे गाजियुद्दीन पठान ने अपनी माता स्वालेहा से रोजा रखने की जीद की माता ने स्वालेहा ने उसे रोजा रखने की इजाजत दे दी जिसके बाद गाजियुद्दीन पठान ने 14 घंटे तक लगातार भुखा प्यासा रह कर रोजा पुरा किया जब की इतने लंबे अंतराल मे रोजा रखने से बडे बडो की हालत खराब हो जाती ऐसे मे इस नन्हे रोजेदार ने यह बता दिया की हौसले बुलंद हो तो कोई काम मुस्किल नही है।