अमर्यादित नग्न गानो के खिलाफ कार्यवाही की मांग हेतु ज्ञापन सौपा।
शिक्षा स्वास्थ्य मे लाचार जिले मे हो रही समस्याओं,कानूनी व्यवस्था क़ो लेकर सवाल तो ज्ञापन पर कार्यवाही न करने पर नाराजगी जाहिर की।
✍️जुबेर निजामी की रिपोर्ट ✍️
अलीराजपुर आदिवासी समाज मे शादियों का दौर चल रहा है ऐसे मे कहीं जगह पर DJ.पर बेहद शर्मिंदा करने वाले गाने बजाए जाते है। पिछले कुछ सालो मे जहा आदिवासी गायक उभरे है अपनी ही रचना क़ो किसी भी रिकॉर्डिंग स्टूडियो मे ले जाकर गाने you tube पर अपलोड कर देते है। कुछ अच्छे तो कुछ बेहद खराब गाने भी बने है जिनको सार्वजनिक किया जाना उचित नहीं है।
DJ. पर सार्वजनिक तौर पर बजने वाले कही अश्लील गाने मे अश्लील अमर्यादित शब्दो का प्रयोग भी किया जाता है, जिससे समाज की बहन बेटियां बेहद शर्मिंदगी महसूस करती है लेकिन विरोध दर्ज नहीं करवा पाती है आये दिन आदिवासी गायको द्वारा जिस तरह आदिवासी समाज की भावना के विरुद्ध जाकर जिस तरह के अमर्यादित गाने बनाये जा रहे है उससे आदिवासी समाज के जागरूक लोगो मे आक्रोश है ये आक्रोश सोशल मीडिया मे कुछ समय से लगातार देखने क़ो मिल भी रहा है।
आज आदिवासी समाज के बैनर तले आदिवासी समाज के नीतेश अलावा रोहित पढ़ियार और टीम ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय अलीराजपुर पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से बातचीत कर ऐसे गानो के बारे मे बताया और कार्यवाही की मांग की।
ज्ञापन अलीराजपुर DSP श्री पटोदे जी क़ो सौपा.
ज्ञापन मे मुख्य रूपसे आदिवासी नाजिया रावत के सविता बेवफा नामक चैनल द्वारा बनाये गए बेहद शर्मनाक नग्न गाने की CD सौपते हुए उस पर तत्काल कार्यवाही की मांग की गयी।
इसके अतिरिक्त जिन गानो के बीच बीचमे अश्लील डायलॉग का उपयोग कर आदिवासी समाज की बहन बेटियों क़ो निचा दिखाने की कोशिश की है उनकी नामजद सूची सौपकर उन्हें भी सख्ती से समझाईश देकर कार्यवाही की मांग की है।
जिन लोगो ने सार्वजनिक विडिओ जारी कर अपनी गलतियां मानकर माफ़ी मांग ली है ऐसे गायको और स्टूडियो क़ो ईस ज्ञापन मे शामिल नहीं किया गया और उनसे अश्लील अमर्यादित गाने अपने चैनल से हटाने की अपील की।
DSP अलीराजपुर से चर्चा के दौरान अलीराजपुर जिले मे पुलिस प्रशासन की कार्यवाही के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए जोबट मे हुई दीनदहाड़े चोरी वारदात की निंदा करते हुए प्रशासन की नाकामी बताई।
आदिवासी समाज द्वारा पुलिस प्रशासन क़ो आगाह करने पर प्रशासन के ध्यान न देने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चेताया है आगामी समय मे यदि कोई बड़ी घटना हुई तो उसकी जिम्मेदारी किसकी तय की जाएगी।
मीडिया से चर्चा के दौरान जिले की शिक्षा स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए जिला प्रशासन क़ो भी जिम्मेदार ठहराया है, ज्ञात रहे की जिले मे कही स्कूलो की हालत खराब है जिनकी छते गिर रही है कही छत नहीं तो बारिश मे टपकती छतो के निचे आदिवासी बच्चों का भविष्य अंधकार मे जोखिम लेकर लटक रहा है जिस सबंध मे पूर्व मे आवेदन देकर उचित कार्यवाही की मांग की गयी किन्तु आज दिनांक तक न स्कूल मरम्मत हुई न नए भवन बने।
मथवाड़ जैसे क्षेत्र मे स्वास्थ्य केंद्र न होना चिंता का विषय है और जिलेभर मे कानूनी व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन भेदभाव न कर उचित कार्यवाही कर समस्याओं का निराकरण करें।
वही सोना सिक्के और नकली चांदी देने के मामले मे भी पुलिस प्रशासन की कार्यवाही क़ो संदेहास्पद बताया।
ज्ञापन मे रितु लोहार,विक्की नींगवाल,भूपेंद्र रावत,सुरेश सेमलिया,संदीप डावर,रणजीत डावर,सरदार तोमर, रितेश आवासिया,गेंदु चोगड़,सालम सोलंकी,सहित काफी संख्या मे युवा उपस्थित रहे।