शासन द्वारा दिये जाने वाले राशन मे हो रहे भष्ट्राचार के विरोध मे जयस उतरा मेदान मे
✍️जुबेर निज़ामी की रिपोर्ट✍️
जिले मे शासकीय राशन दुकानो पर भष्ट्राचार तो पहले से ही जारी था जो किसी से छिपा नही है अलीराजपुर जिले की सोसायटी का ज्यादा तर गैहु गुजरात मे बिकता है जिसका खुलासा गुजरात के अखबार मे हो चुका है फिर भी ये भ्रष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा है अब आदिवासियों को लाकडाऊन मै मिलने वाला राशन भी खाने की फिराक मे है जिसको जयस बरदास नही करेगा।
जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के युवाओं एवं जागरूक नागरिक बंदुओ से अनुरोध है की कोरोना काल मे केंद्र सरकार और मध्यप्रदेश सरकार द्वारा उचित मूल्य की दुकानों पर पांच -पांच माह का खाद्यान वितरण के लिए उचित मूल्य दुकान (सोशायटी) को निर्देश दिए गए शासन द्वारा कोरोना काल मे गरीब परिवारों व जरुरतमंदो को खाद्यान राशन के रूप मे गेहूं, चावल तथा दाल, बाजरा व अन्य सामग्री का वितरण कर आमजनो की सेवा कर रही है परन्तु सोसायटी सेल्समैनो द्वारा पांच पांच माह का खाद्यान वितरण ना करते हुए शासन के निर्देशों की धज्जिया उड़ाई जा रही है ग्रामीणों से चर्चा पर पाया गया है की सदस्यों की संख्या के आधार पर प्राति सदस्य 25 किलो के हिसाब से राशन वितरण नहीं किया जा रहा है बल्कि अपनी मर्जी से दस से पंद्रह किलो खाद्यन बॉटा जा रहा है जो की शासन के नियमो के विरुद्ध है इसलिए जयस युवाओं से मेरी अपील है की सभी जिले, तहसील, ब्लॉक, गांव स्तर पर चार -पांच सदस्य वाली टीम गठित कर सोसायटी का निरीक्षण किया जाए कही पर भी अनियमिता दिखाई दे तत्काल खाद्यय आपूर्ति अधिकारी , तहसीलदार तथा sdm महोदय अधिकारी से बातचीत कर लापरवाही बरतने वाले के विरुद्ध कार्यवाही करवाई जाए।
जय आदिवासी युवा शक्ति आमजनो से निवेदन करती है की शासन द्वारा 18 -35 उम्र वाले नागरिकों को टीकाकरण किया जा रहा है उसे लगवाईये और आप और अपने घर -परिवार को सुरक्षित रखिए।