B S C नर्सिंग की छात्राओं का एडमिशन किया निरस्त, दो वर्ष बर्बाद, फिस पुरी जमा आदिवासीओ का शोषण जन प्रतिनिधि मौन
जुबेर निजामी कि रिपोर्ट ✍🏻
हेल्थ केयर विषय से कोर्स करने के बावजूद भी एडमिशन केन्सल होने से परेशान छात्राएं पहुंची कलेक्टर के पास
अलीराजपुर यु तो सरकार आदिवासीओ के विकास के दावे करती है उनके लिए तरह तरह की योजनाएं लागू कर रही है मगर वही नर्सिंग कोलेज द्वारा इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है जिसकी सिकायत को लेकर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह के पास पहुंची छात्राएं हेल्थ केयर कोर्स करने के बाद भी मेडिकल कॉलेज में नहीं दिया जा रहा है एडमिशन अलीराजपुर सहित बड़वानी इन्दौर, नर्सिंग कोलेज में अलिराजपुर जिले की सोन्डवा तहसील की आदीवासी छात्राओ के भविष्य के साथ नर्सिंग कोलेज द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है इतना ही नहीं छात्राओं के पास से दो वर्ष की फीस पुरी जमा करा ली गयी है मगर दो वर्ष बाद यह कहकर एडमिशन केन्सल करदिए की उनका बायो सब्जेक्ट नहीं होने से एडीशन केन्सल हो गया है।
अब बड़ा सवाल यह है की बगैर डोक्युमेंट देखे एडमिशन हुआ केसे दो वर्ष खराब कर स्टुडेंट के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है दो वर्ष तक रेग्युलर कोलेज गयी छात्राओं ने कोलेज फीस रुम का किराया खर्चा सब परिजनों द्वारा लाखों खर्च करें जो अब बर्बाद हो गये।
जिसकी शिकायत को लेकर अलीराजपुर कलेक्ट्रेट में पहुंची छात्राएं हेल्थ केयर में एडमिशन ना होने से छात्रा उदास हेल्थ केयर कक्षा 9 वी से कोर्स किया जाता है जिसके बाद 12वीं होने पर यह सीधे नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन होता है लेकिन अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर में रहने वाली छात्राए जब मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने गई तो उन्हें वहां पर इंग्लिश ना होने की बात कहकर एडमिशन देने से साफ मना बोल दिया गया इसी बात को लेकर कुछ छात्राएं अलीराजपुर कलेक्टर के पास पहुंची उन्होंने अपनी बात कलेक्टर राघवेंद्र सिंह के समीप रखी कलेक्टर ने छात्राओं को आश्वासन दिया मगर आज दिनांक तक 20 दिन गुजरने के बाद भी कोई निराकरण नहीं हुआ छात्राओं ने 2019-20 में हेल्थ केयर कक्षा 9 वी विषय लिया गया था वर्ष 2022 में हेल्थ केयर विषय के साथ 12वीं पास की वर्तमान में सभी छात्र बी एस सी नर्सिंग में एडमिशन लेना चाहती थी परंतु नर्सिंग कॉलेज में नामांकन ना होने के कारण उन्हें अंग्रेजी विषय होने की बात कही एवं छात्राओं को एडमिशन देने से मेडिकल कॉलेज इंदौर में मना कर दिया गया वे एडमिशन निरस्त कर दिया, वे से कुछ छात्रों को अभी खुलकर मना नहीं किया है वरना यह आंकड़े सेकडो में हो जाऐगे। कोलेज मेनेजमेंट की गलतियो का खामियाजा छात्रा क्यों भुगते अब देखना है कलेक्टर महोदय इस में क्या एक्शन लेते हैं मामला आदिवासी छात्राओं का है सुनवाई होगी या नहीं यह चर्चा का विषय है।
छात्राओ का कहना है हमारे दो वर्ष खराब कर हमारे भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है यदि हमारी समस्या का समाधान नहीं किया जाएगा तो हम समाज व परिजन के साथ आन्दोलन कर कालेज के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।