नगरीय प्रशासन के साथ-साथ यातायात पुलिस भी जिम्मेदारी से एक कदम पीछे
आदील मकरानी की रिपोर्ट ✍🏻
लगातार प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से खबरे प्रकाशित होने के बावजूद भी अधिकारी अपना सुस्त रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है दुकानदारो द्वारा किया जाने वाला अतिक्रमण व बे-लगाम खड़े वाहनों के कारण एंबुलेंस जैसी सुविधाओं को भी अब ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है एंबुलेंस के आने व जाने का एक ही मुख्य मार्ग है उस पर भी इस तरह से ट्रैफिक जाम की समस्या हो रही है जिसके चलते एम्बुलेंस को कही कही मिनटो तक खड़ा करना पड़ता है ऐसी स्थिति में मरीज की जान के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है कुछ आकस्मिक मामलों में मरीज को तत्काल अलीराजपुर या दाहोद भी रेफर किया जाता है ऐसे में जाम में फंसने के कारण मरीज की जान भी जा सकती है खराब ट्रैफिक व्यवस्था के चलते हैं पुर्व में भी थाना प्रभारी को पत्रकारों के माध्यम से यह मामला संज्ञान में लाया गया था की कृष्ण मंदिर चौपाटी पर नगर का अधिक ट्राफिक होने के कारण एक यातायात कर्मी तैनात किया जाए लेकिन लगातार देखने में आ रहा है कि काफी समय से कोई भी यातायात कर्मी कृष्ण मंदिर चौपाटी पर मौजूद नहीं रहता है
देखना यह है कि अधिकारी अभी भी अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से पूरा करते हैं या किसी बड़े हादसे के होने का इंतजार करेंगे…..?