झोलाछाप डॉक्टर संचालित कर रहा था अवैध क्लीनिक, कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने की कार्रवाई पहुंचाया थाने
नगर में एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर कार्रवाई की गई दूसरे बेख़ौफ़ कर रहे ईलाज
आलीराजपुर में झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर छापे की कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी झोलाछाप डॉक्टर ने अपने क्लीनिक को मिनी हॉस्पिटल के रूप में तब्दील कर लिया था.
आलीराजपुर के नगर के बीच कही चौराहों पर, बहारपुरा, कुम्हारवाड़ा,चांदपुर, नाका, दावलशाह सहित नगर के कई गली मोहल्लों में बिना डिग्रीधारी डॉक्टरों ने क्लीनिक खोल रखे हैं। उनपर कार्यवाही नही हुई। और बेखौफ क्लीनिक चला रहे है।
सोमवार को स्वास्थ और राजस्व विभाग की टीम ने दवालशाह मोहल्ले में एक क्लीनिक को सील किया। जो बिना डिग्रीधारक डॉक्टर बंकिम मंडल को एसडीएम लक्ष्मी गामड़ ने थाने पहुंचा दिया। डॉ. जयदीप जमीदार ने मंडल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
क्लीनिक में बढ़ी संख्या में मरीज जिनका मंडल इलाज कर रहा था मरीजों को बोतलें चढ़ाई जा रही थी। क्लीनिक से भारी मात्रा में दवाइयां बरामद की गई । मंडल के खिलाफ पहले भी आलीराजपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
सबसे बडा सवाल यह उठता है की इस तरह झोला छाप डॉक्टरो के पास भारी मात्रा मे मेडिसिन दवाईया कहा से सप्लाई हो रही है इस पर भी बडा सवाल है यदि थोक मेडिकल स्टोर वाले इन झोला छाप डॉक्टर को मेडिसिन दवाईया नही दे तो ये इलाज केसे करेगे। और जब की बगैर ड्रिगी के किसी को भी इतनी बडी मात्रा मे दवाईया देने का अधिकार मेडिकल स्टोर्स संचालक को नही है तो पहले इन पर भी कार्यवाही करनी चाहिए क्योकि मौत की दुकाने चलाने मे थोक दवाईयों के विक्रेता भी बराबर के जिम्मेदार है।
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