तेज़ आंधी एवं बवण्डार से हुआ लाखो का नुकसान
अतहर रिज़वी कि रिपोर्ट ✍🏻
रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे के कट्ठीवाड़ा एवं आस पास के क्षेत्र में ज़ोरो कि चलने लगी जो कि देखते ही देखते तूफान में परिवर्तित हो गई, जिसके बाद चौतरफा हवा होने के कारण बवण्डार में तब्दील हो गई। देखते ही देखते तेज़ तूफान के करण खेतो में आम कि बारिश होने लगी एवं कई स्थानों पर घरो के पतरे हवा में उड़ने लग गए, जिससे कि अफरा तफरी का माहौल बन गया। हवा का बहाव इतना अधिक था कि घरो के बाहर रखे सामन एवं पतरों को हवा कि मेटर दूर तक उड़ा ले गई साथी कई स्थान पर बड़े बड़े पेड़ो ने भी हार मान ली और धाराशाही हो गए। तूफान के कारण हल्की बारिश के साथ विद्युत प्रदाय भी ठप हो गया एवं किसानो से साथ साथ दुकानो और मकानों को भी बहोत नुकसान हुआ।
आम के सुप्रसिद्ध कट्ठीवाड़ा में कल रात तूफ़ान से आम कि फ़सल को बहोत नुकसान हुआ हैं । ठाकुर भरतराजसिंह जादव ने बताया कि बताये के इस साल पहले ही खराब मौसम के कारण आम कि फ़सल ना के बराबर थी और ऐसे में तूफ़ान के कारण आम कि नब्बे प्रतिशत फ़सल बर्बाद हो गई जिसमे कि नूरजहाँ, आपूस, केसर, दसैरी, लंगड़ा, नारियला, मालबुब्बा, आदि प्रकार कि विशेष किस्म कि आम कि फसल खराब हुई हैं। श्री जादव के आम के बागान में कुल 50 से अधिक किस्म के आम के पेड़ मौजूद हैं। इनके साथ ही और भी दूसरे आम के बागान तूफ़ान के कारण सुने हो गए हैं। कट्ठीवाड़ा तहसीलदार श्रीमती सविता राठी ने बताया कि तूफ़ान के कारण हुए नुकसान का आकलन लगाने के लिए पटवारियों को निर्देशित किया जा चुका हैं। श्रीमती राठी ने बताया कि प्राकृतिक प्रकोप जैसे कि अतीवरष्टी, ओला, पाला, शीतलहर, टिड्डी, बाढ़, आंधी-तूफ़ान, भूकम्प, कीट प्रकोप आदि जैसी विभन्न प्राकृतिक आपदाओ के कारण जब फ़सलहानि, मकान हानि, पशुहानी एवं जनहानि होती हैं तो प्रशासन द्वारा आरबीसी 6(4) के अंतर्गत निर्धारित राशि का भुगतान किया जयगा।