जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।, जादू नहीं, विज्ञान है: अंधविश्वास को दूर करने की नई पहल।
जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।, जादू नहीं, विज्ञान है: अंधविश्वास को दूर करने की नई पहल।
✍️जुबेर निजामी की रिपोर्ट
आलीराजपुर, 20 नवंबर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), आलीराजपुर में आज जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस वर्ष का विषय “जादू नहीं, विज्ञान है: समझना और समझाना आसान है” रखा गया, जिसका उद्देश्य बच्चों और समाज को अंधविश्वास से होने वाले सामाजिक और आर्थिक नुकसान के प्रति जागरूक करना और वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधीश श्री डॉ. अभय अरविंद बेडेकर उपस्थित रहे। उन्होंने प्रतिभागी बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए और उनके प्रयासों की सराहना की। श्री बेडेकर ने अपने संबोधन में कहा, “अंधविश्वास समाज के विकास में बाधा है। हमें विज्ञान के माध्यम से इसे दूर करने के लिए जागरूकता फैलानी होगी। बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रयास प्रेरणादायक हैं, और इस दिशा में उनका योगदान समाज के लिए अमूल्य है।”
कार्यक्रम में जिले के विभिन्न ब्लॉकों से चयनित बच्चों ने भाग लिया और अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से यह संदेश दिया कि जादू के पीछे के तथाकथित चमत्कार दरअसल विज्ञान की सटीक व्याख्याएं हैं।
कार्यक्रम का परिणाम:
1. प्रथम स्थान: पीएम श्री कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल, आलीराजपुर
2. द्वितीय स्थान: कन्या शिक्षा परिसर, सोंडवा
3. तृतीय स्थान: उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल, चंद्रशेखर आजाद नगर
विजेता टीमों को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अर्जुन सिंह सोलंकी, एडीपीसी श्री रामानुज शर्मा, प्रो. डॉ. सुरजीत सिंह जाट, डॉ. महेश जामोद, डाइट व्याख्याता श्री सिसोदिया और पीपल संस्था के श्री अनूप दुबे जैसे गणमान्य अतिथियों ने भी बच्चों के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम का समन्वय और संचालन श्री नारायण सिंह डुडवे ने किया l
कार्यक्रम की सफलता
इस प्रदर्शनी ने न केवल बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में मदद की, बल्कि समाज में व्याप्त अंधविश्वास को चुनौती देने का एक सशक्त संदेश भी दिया। आयोजकों ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा देने की बात कही।