धड़क्के से चल रहे बेट्री वाले दुपहिया वाहन, ना RTO ना बिमा का पता दुर्घटना होने पर कौन रहेगा जिम्मेदार
अलीराजपुर जिले मै सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा पहले से भी कहीं अधिक बढ़ गया है। इसका मुख्य कारण है कि अधिकांश लोग अभिवावक अपने नाबालिग के हाथों में बैटरी वाले दुपहिया वाहन थमा रहे हैं। यही बच्चे वाहन लेकर लेकर मुख्य मार्गों पर तेजी से दौड़ा रहे हैं। अभिवावकों की लापरवाही के साथ नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकने के लिए पुलिस एवं प्रशासन भी रोक नहीं लगा रहा है। अधिकांश स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बगैर यातायात नियमों की जानकारी के स्कूटी स्कूल आ जा रहे हैं। इन दिनों बढ़ते पेट्रोल के दामो से परेशान आमजन ने बेट्री से चलने वाले वाहनों को अपनी पसन्द बना लिया है। पर क्या आपको पता है। की यदि उन वाहनों से कोई दुर्घटना होती हे तो ना तो कोई बिमा मिलेगा ना ही दुर्घटना करने वाले को कोई सजा बेट्री वाले इन वाहनों का उपयोग ज्यादातर नाबालिक बच्चे ही कर रहे हे। तो फिर आखिर दुर्घटना के वक़्त जिम्मेदार कौन होगा। परिवहन विभाग और यातायात अधिकारी इस और ध्यान देकर कार्यवाही करनी चाहिए। अगर कोई दुर्घटना हो गई। और कोई जनहानि होती हैं। बैटरी दुपहिया वाहन में न तो रजिस्ट्रेशन होता, नही बीमा रहता। जिस कारण भारी नुकसान का अंदाज़ा लगाया जा सकता। अगर कोई घटना होती तो बिना बीमा, बिना रजिस्ट्रेशन से यातायात विभाग, और परिवहन विभाग किस तरह की कार्यवाही करेगा। अब देखना है, परिवहन विभाग इन बैटरी दुपहिया वाहन पर किस तरह की कार्यवाही कर सकता और दुर्घटना होने पर किस तरह का लाभ मिले इस बारे मे किसी के पास कोई जानकारी नही है।
जबकी बी एस 4 वाहनो का भी रजिस्टेशन नही हो रहा है तो फिर इन बेटरी से चलने वाले वाहनों को केसे छुट मिल रही है