गायत्री शक्ति पीठ के तत्वावधान में 5 से 14 वर्ष के बालक बालिकाओं के लिए 10 दिवसीय बाल संस्कार शाला शिविर का आयोजन
पिंकी गुप्ता के साथ स्मिता अत्रे की रिपोर्ट ✍🏻
अंजड:- अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के मार्गदर्शन एवं गायत्री शक्ति पीठ के तत्वावधान में 5 से 14 वर्ष के बालक बालिकाओं के लिए 10 दिवसीय बाल संस्कार शाला शिविर का आयोजन स्थानीय चम्पाबावड़ी स्थित कृष्णकुंज गार्डन में प्रतिदिन शाम 6 से 7:30 बजे तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमे प्रतिदिन 125 से 150 बालक बालिकाए हिस्सा लेकर ज्ञान अर्जित कर रहे है।
परिव्राजक पल्लवी शास्त्री ने बाल संस्कार शाला के उद्देश्य के बारे में बताया कि बालको में दिव्य गुणों का विकास करना, लक्ष्य भेदी बनाना, संस्कृति का ज्ञान करवा कर उसका रक्षक बनाना, स्वाध्यायी, स्वावलंबी, स्वंसेवी बनाना, कार्यकौशल बढाना, रचनात्कम शैली से मानवीय गुणों को उभारना, शालीन शिष्ट व्यक्तित्व गढ़ना व लाख मनको में चमकदार हीरा बनाना है।
शिविर में प्रत्येक अलग-अलग दिन नगर के प्रमुख समाजसेवियों एवं योग्य शिक्षकों को बुलवाकर बच्चो को हमारी भारतीय संस्कृति, धर्म, प्रचीनतम इतिहास, देश की आजदी में वीर एवं वीरांगनाओं का बलिदान, भारत की भौगोलिक स्थिति तथा आर्ट एंड क्राफ्ट, मनोरंजक व ज्ञानवर्धक प्रश्नावली, विभिन्न प्रकार के खेल कूद, गायत्री मंत्र, हनुमानचालीसा का पाठ आदि सिखाया जा रहा है।
शिविर के चौथे दिन सोमवार को आरती बंसल द्वारा आर्ट एवं क्राफ्ट के तहत बच्चो को वेस्ट डिस्पोजल ग्लास से गिफ्ट पैकेट बनाना, रद्दी कागज से लिफाफा बनाना, कपास की रुई से खिलोने बनाना आदि सिखाया गया व बच्चो से बनवाया भी गया।
शिविर में छोटे-छोटे बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी आ रहे है व नन्हे-नन्हे बालक बालिकाओं द्वारा अपनी तुतलाती भाषा मे गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, राष्ट्रभक्ति के गीत, कविताएं आदि की शानदार प्रस्तुतियां दी जा रही है तथा कई बच्चे अपने घरों से वेस्ट चीजो से उपयोगी वस्तुए बनाकर ला रहे है जिन्हें पेंसिल व बाल पेन देकर सम्मानित भी किया जा रहा है।
शिविर में प्रतिदिन महिला मंडल की वैशाली पाटीदार, लीना पिपल्या, अल्पना भाटी, सन्तोष भावसार, कांता चौहान, अलका काग आदि का सराहनीय सहयोग मिल रहा है।