सिविल अस्पताल जोबट अब जिले के महान आदिवासी क्रांतिकारी “अमर शहीद छीतू किराड़ सिविल अस्पताल जोबट” के नाम हुआ
सिविल अस्पताल जोबट अब जिले के महान आदिवासी क्रांतिकारी “अमर शहीद छीतू किराड़ सिविल अस्पताल जोबट” के नाम हुआ
विशाल चौहान/आदिल मकरानी
जोबट/आलीराजपुर सिविल अस्पताल जोबट का नाम “अमर शहीद छीतू किराड़ सिविल अस्पताल जोबट” के नाम की अधिसूचना जारी की गई है। माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणा के परिपालन में उक्त अधिसूचना जारी की गई है। कलेक्टर डा. अभय अरविंद बेडेकर ने बताया सिविल अस्पताल जोबट का नाम अमर शहीद छीतू किराड़ जी के नाम की अधिसूचना जारी की गई है। अधिसूचना जारी होने पर जोबट सिविल अस्पताल अब अमर शहीद छीटू किराड़ सिविल अस्पताल जोबट के नाम से जाना जाएगा।
महान क्रांतिकारी और आदिवासी योद्धा छीतू किराड़ –
आपको बतादे की आलीराजपुर जिले के ग्राम सोरवा में देश के महान क्रांतिकारी और आदिवासी योद्धा छीतू किराड़ का जन्म हुआ था। वे सोरवा के पटेल थे और उन्होंने सन 1883 में ब्रिटिश शासन के कुशासन के विरुद्ध क्रांतिकारियों के साथ युद्ध अभियान छेड़ दिया था। बचपन से ही वे साहसी व दूसरों के दुख को समझनेवाले, फुर्तीले गुण वाले संपन्न व्यक्ति थे। समाज के प्रति सोचते थे उस समय पूरा भारत अंग्रेजों का गुलाम था अंग्रेजों की अधीनता में भारतीय राजाओं और जागीरदारों द्वारा कर के रूप में कर वसूली करते थे।
आलीराजपुर के सोरवा ग्राम के महान बलिदानी क्रांतिकारी छीतू किराड़ का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। अब निश्चित ही उनके बलिदान के रूप में एक आलीराजपुर जिले के जोबट तहसील के सिविल अस्पताल को “अमर शहीद छीतू किराड़ सिविल अस्पताल जोबट” के नाम से जाना जाएगा। आदिवासी समाजजनों की काफी समय से यह मांग अब पूरी हुई।
छीतू बाबा किराड़ की प्रतिमा को सोरवा किले में लगाएंगे –
6 मार्च 2023 आलीराजपुर के भगोरिया में पहुचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा था कि बाबा छीतू किराड़, जिन्होंने 1883 में अंग्रेजों को हमारी ताकत बताई थी कि भारत की ताकत क्या होती है। हम यह फैसला कर रहे हैं कि छीतू बाबा किराड़ की प्रतिमा को सोरवा किले में लगाएंगे। उस किले का पूरा जीर्णोद्धार कराएंगे। छीतू बाबा किराड़ का भव्य स्मारक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जल्द ही आऊंगा।