सर्वे के नाम पर किया जा रहा गुमराह प्राइवेट स्कूल एसोसिशन ने सौपा ज्ञापन
नाजीम मंसूरी की रिपोर्ट ✍🏻
बड़वानी:- प्रायवेट स्कूल की समस्याओं को लेकर प्रायवेट स्कूल एशोसिएशन बडवानी के पदाधिकारियों ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के नाम अलग अलग ज्ञापन शुक्रवार को सौंपा। उक्त ज्ञापन के माध्यम से गैर सरकारी स्कूलों की समस्या बताने के साथ शासकीय स्कूल के सर्वे के दौरान भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।। एशोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष राम सागर मिश्रा ने बताया कि उक्त समस्याओं को लेकर आज पूरे जिले के ब्लॉक अध्यक्षों ने जिले के सभी बीआरसियों को ज्ञापन दिया है।
यह है मांगे:-
1. शासकीय और अशासकीय शालाओं के संचालन के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग और शासन के नियम समान है।
2. ऐसी स्थिति में शासकीय विद्यालयों (कक्षा 1 से 8वीं) में विद्यार्थीयों को बुलाना और कुछ विद्यालयों में विद्यालय भवन में अध्ययन कराना क्या उचित है ? या शासकीय विद्यालयों के लिए शासन के पृथक से निर्देश है। जिसके कारण प्रायवेट व शासकीय विद्यालयों में भेदभाव की स्थिति निर्मित हो रही है।
3. शासकीय विद्यालयों द्वारा सर्वे कर अथवा अपने स्तर से यह प्रयास किया जा रहा है कि निजी विद्यालयों के बच्चों को प्रवेश देवें। जिसके लिये यह बताया जा रहा है कि केवल शासकीय विद्यालय ही खुलेंगे प्रायवेट नहीं खोले जायेंगे। इसलिए यहा (शासकीय विद्यालय) में प्रवेश लेवे। क्या यह सत्य है ? नही तो इस प्रकार प्रायवेट स्कूलों के विद्यार्थीयों को जबतक स्कूल नही खुल जाते है, किसी भी स्थिति में शासकीय विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जावे।
स्कूल खुलने तक बिना किसी विशिष्ट प्रयोजन के एक विद्यालय के विद्यार्थीयों को दूसरे विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जावे क्योंकि स्कूल बंद होने पर उसे अन्यंत्र प्रवेश की आवश्यकता ही नहीं है। ज्ञापन पर दोनो अधिकारियों ने प्रायवेट स्कूल की समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया है।ज्ञापन के दौरान श्रीराम यादव,गोविंद भायल,चन्दशेखर जोशी,नरेन्द्र सनोठिया,दीपक गुप्ता, प्रवीण सोनी आदि संचालक उपस्थित थे।