मोहन चौहान की रिपोर्ट ✍🏻
ग्राम धोरट में 4 वर्षों से सोसाइटी है,उसका खाद्यान्न वितरण पूरण सिंह की पुत्री अंजिना तोमर द्वारा किया जा रहा है। एवं हितग्राहियों को पर्ची व नियम अनुसार खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है, और अनाज में चावल देते तो गेहूं नहीं देते, गेहूं देते तो चावल नहीं इस प्रकार का भ्रष्टाचार का अंबार लगा रखा है, हितग्राहियों का कहना है कि सरकार द्वारा पूरी तरह से हितग्राहियों के लिए दुकान पर राशन पहुंचाया जा रहा है, वह क्यो नही मिल रहा है। जिसमें ग्रामीणों का कहना है की हितग्राहियों को राशन ना देते हुए हितग्राहियों का राशन सेल्समैन द्वारा मार्केट में बेचा जा रहा है। हितग्राही गुलाल सस्तिया द्वारा इस विषय को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर सेल्समैन अंजीला तोमर के पिताजी पुरणसिंह ने गुलाल सस्तिया को मां बहन की गाली गलौज की और पूरन सिंह ने मारपीट भी की और जान से मारने की धमकी दी। उसकी रिपोर्ट करवाने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। हम समस्त ग्राम के का कहना है कि, हितग्राही अपने हक अधिकार की बात करता है तो सेल्समैन द्वारा इस प्रकार का दुर्व्यवहार करना कहां तक उचित है।
क्या हम उसके घर का राशन मांग रहे क्या हितग्राही को चेतावनी दी जा रही है कि तुमको जो करना है वह करिए आप को राशन नहीं दूंगा इस प्रकार से हितग्राहियों को बोला जा रहा है। ग्राम वासियों ने कलेक्टर महोदय को कहा की सोसाइटी सेल्समैन पर पुलिस जांच दल बिठाकर उसकी विभागीय जांच करनी चाहिए एवं उसके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाई करना चाहिए और ग्राम वासियों का कहना है की उसको तत्काल यहां से हटाना चाहिए और कोई सरकारी सेल्समैन यहां पर भेजना चाहिए। हितग्राही का कहना है कि जल्दी से जल्दी सेल्समैन पर कार्रवाई करें अन्यथा हम जिला कार्यालय पर ग्रामीणों के साथ उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी। ग्रामीणों का कहना है कि गरीबों का राशन बाजारों में बेचा जा रहा है प्रशासन को कही बार अवगत कराने के बावजूद भी प्रशासन मौन धरा बैठा है ऐसी स्थिति रही तो सारे क्षेत्र के हितग्राही मिलकर प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन करेंगे।
इस वक्त नवल सस्तिया, गुलाल सस्तिया, सुखराम सस्तिया, साधु सिह सस्तिया, पंकज सस्तिया, दीपक सस्तिया, हटिया, रंजीत, नारायण, स्वरूप सिह, इलू, टोबरिया, सिरु, आदेश, सूरज, गोपाल, लसु, प्रकाश, नितेश, गोखरू, महेश, सेवान भाई पूर्व सरपंच, सहित आदि सैकड़ों की संख्या में ग्रामवासी आए थे अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन देने।