मणिपुर में आदिवासी समाज की महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार एवं दुष्कर्म के विरोध में आदिवासी समाज द्वारा सोपा ज्ञापन
आदिल मकरानी की रिपोर्ट ✍🏻
जोबट:- मणिपुर में आदिवासी बहनों व महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और निर्वस्त्र कर घुमाने,अमर्यादित कुकृत्य, असहनीय पीड़ा देकर देश को शर्मसार करने वाली घटना के विरोध में राष्ट्रपति के नाम से अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जोबट को ज्ञापन सोप कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई हैं।
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रिंकुबाला-लालसिंह डावर ने कहा कि देश में आराजकता का माहौल बना हुआ है।मणिपुर की घटना जो कि सोशल मीडिया में दिखाया गया हैं,जिसमें महिला को बीच रोड पर गोली मारना व दो आदिवासी समाज की महिलाओं को सामूहिक दुष्कर्म और निर्वस्त्र कर घुमाने तथा अमर्यादित कुकृत्य,असहनीय पीड़ा दी गई है जो देश को शर्मसार कर देने वाली घटना है। यह आदिवासी समाज के लोगों की अंतरात्मा को हिला देने वाला अत्यचार हैं। देश में महिलाओं को सीता-माता का दर्ज देकर उन्हें खुलेआम इतने बड़े विधर्मी बनकर ऐसी घिनोनी हरकत की गई हैं।यह देश के लिए शर्मसार कर देने वाली घटना हैं। महिलाओं को संविधान में विषेशाधिकार होने के बावजूद सुरक्षित नही है,और यह कृत्य हर समाज महिलाओं के लिए शर्मशार करने वाली घटना है। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी जवाबदार मौन धारण कर बैठे हुये है।
जिला पंचायत सदस्य श्री ठाकुर अजनार ने कहा कि यह घटना आदिवासी समाज की ही नही बल्कि हर माताओं बहनों के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ है। इतनी बडी घटना देश में हो रही हैं। देश के जवाबदार नेता चुनावी घोषणा करते फिर रहे है। मणिपुर में 160 से ज्यादा आदिवासी महिला,बच्चें सहित आदिवासी मारे गए। महिलाओं ओर बच्चियों के साथ बलात्कर किया जा रहा है, ऐसे कुकर्मी को तत्काल फाँसी की सजा देना चाहिए।लेकिन देश के मुखिया ही कुकर्मी को संरक्षण देने का काम कर रहे।भारतीय सविंधान धर्म निरपेक्ष की बात करता है। लेकिन देश का प्रधानमंत्री देश में धार्मिक युध्द करवा रहे है।आपसी भाईचारा सौहार्द्र बिगाड़ने का काम देश प्रदेश के मुखिया कर रहे है। ज्ञापन के इस अवसर पर श्रीमति केसर तड़वाल,श्री वीरेन्द्र बघेल, अर्जुन सिंगाड,श्री बिशन चौहान, डॉक्टर राठी, श्री ठाकूसिंह बामनिया, पाताल चौहान,चन्द्रसिंह बघेल,श्री प्रेमसिंह जी जमोद,विक्रम राठी, मोटला भाई,श्री लालसिह डावर आदि उपस्थित रहे।