चार वर्ष की तैबा अशरफ़ ने रखा रोजा,32 डिग्री की गर्मी में भी पीछे नही हटी नन्ही तैबा
नगर व वतन की अमन शांति के लिए की दुआ
अलीराजपुर स्थानीय अषाढ़पूरा निवासी तनवीर अशरफ़ की पुत्री तैबा अशरफ ने रोजा रखकर खुदा की बारगाह में इबादत का आगाज किया हैं रमजान उल मुबारक में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत में मशगूल है वहीं नन्हे बच्चे भी पीछे नहीं है
रोजा नमाज और तरावीह के साथ कुरआन की तिलावत कर रोजेदार अल्लाह को राजी करने में लगे हे इसी बीच कम उम्र के मासूम बच्चे भी रोजा रखकर अल्लाह की इबादत में मशगूल है इसी कड़ी में नन्ही तैबा अशरफ़ ने चार वर्ष की उम्र में पहला रोजा रखकर हर किसी को चौंका दिया तेबा ने पूरे परिवार के साथ पहले सहरी खाई उसके बाद रोज़े की नियत कर रोजा रखा पूरा दिन भूखा प्यासा रहकर नमाज भी अदा की शाम के समय परिवार के साथ रोजा इफ्तार किया।
रमजान माह के चलते रब की बारगाह में इबादतों में मशगूल होकर रोजे रख रहे । रोजा जहां समाज के युवाओं महिला पुरुष द्वारा रखा जा रहा है तो छोटे छोटे बच्चे भी अपने रब को राजी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। इसी के चलते आलीराजपुर नगर के तनवीर अशरफ की 4 वर्षीय पुत्री तैबा अशरफ ने अपनी जिंदगी का पहला रोजा शनिवार को रखा । तैबा द्वारा रोजा रखे जाने पर तैबा के परिजन दादा अशरफ खान मास्टर दादी नूर जहा बी, माता शाहीन बी, पिता तनवीर अशरफ सहित तैबा को परिजनों द्वारा मुबारक बाद देकर अपनी नेक दुवाओ से नवाजा।
गर्मी की तपिश में बच्चे रख रहे रोजा
ज्ञात हो कि वर्तमान में गर्मी का मौसम प्रारंभ हो गया है जिसके चलते गर्मी में ज्यादातर पानी की प्यास लगती है इसी गर्मी मे मुस्लिम समाज द्वारा रोजा रखे जा रहे है। रोजे के दौरान कोई भी व्यक्ति न तो कुछ खा सकता है और न ही जल ग्रहण पी सकता है इस वर्ष रमजान माह में प्रतिदिन रोजे का समय 14 घंटे का रोजा है।