महिला दर्द से तड़पती रही मगर कोई डाक्टर मौजुद नहीं, 1 करोड़ 30 लाख से निर्मित स्वास्थ्य केंद्र के यह हालात, प्रतिदिन 100 से 150 मरीज आते है…
महिला दर्द से तड़पती रही मगर कोई डाक्टर मौजुद नहीं, 1 करोड़ 30 लाख से निर्मित स्वास्थ्य केंद्र के यह हालात, प्रतिदिन 100 से 150 मरीज आते है…
स्टाफ के लिए आवास की कमी – जिला प्रशासन एवं मध्यप्रदेश शासन का कोई ध्यान नहीं…
विशाल चौहान की रिपोर्ट.
बड़ी खट्टाली । आलीराजपुर जिले के ग्राम बड़ी खट्टाली में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है जिसकी लागत 1 करोड़ 30 लाख है। उक्त भवन का उद्घाटन जिले के प्रभारी मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने 7/11/2022 को जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने विधिवत रूप से एक समारोह में किया था।
ड्रेसर, स्वीपर वं महिला चिकित्सक का अभाव व स्टाफ के आवास की कमी –
लेकिन अस्पताल में अनेक कमियां व्याप्त है इस और किसी का कोई ध्यान नहीं। अस्पताल में लैब टेक्नीशियन का भी अभाव है। अस्पताल में एक्सरा मशीन भी नहीं है। ड्रेसर, स्वीपर वं महिला चिकित्सक का अभाव व स्टाफ के आवास की कमी तथा चिकित्सक का भवन भी नहीं है। अस्पताल में चिकित्सक के 3 पद स्वीकृत हैं। लेकिन वर्तमान में एक ही डॉ.के गेहलोद कार्यरत है। स्टाफ नर्स के 5 पद स्वीकृत है। लेकिन वर्तमान में दो नर्स ही कार्यरत है।
अस्पताल परिसर के बाहर प्रसव के लिए तड़पती रही महिला –
यदि रात्रि को कोई इमरजेंसी आती है तो भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक उदाहरण मंगलवार रात्रि को श्रीमती सिमा पति सुरपाल वास्कल फलिया बड़ी खट्टाली जोकि मंगलवार रात्रि को 9:00 अस्पताल परिसर के बाहर प्रसव के लिए तड़पती रही। लेकिन अस्पताल में स्टाफ के अभाव में एवं नर्सों के अभाव में उसकी कोई देखभाल नहीं हुई। जैसे ही ग्राम पंचायत के सरपंच चेनसिंह डावर को सुरपाल ने बताया कि उसकी पत्नी अस्पताल परिसर में प्रसव पीड़ा के लिए तड़प रही है। ग्राम के सरपंच ने प्राइवेट वाहन करके तत्काल सीमा को उसके परिवार के साथ जोबट अस्पताल भिजवाया जहां पर उसकी डिलीवरी हुई। वही महिला के पति ने आरोप लगाया कि उस समय अस्पताल में कोई भी चिकित्सक और कर्मचारी मौजूद नहीं था। जिससे कि उन्हें परेशानियों का सामना करा पड़ा।
देखते ही देखते अस्पताल परिसर में भारी मात्रा में ग्रामीण एकत्रित हो गए अस्पताल परिसर में चौकी प्रभारी गोविंद कटारे एवं डॉक्टर के गहलोत की समझाइश के बाद ग्रामीण शांत हुए। पंचायत प्रतिनिधि रमेश मेहता ने तत्काल संपूर्ण घटना की जानकारी जिला कलेक्टर अलीराजपुर को दूरभाष पर अवगत कराया एवं व्याप्त स्टाफ की कमी से अवगत कराया मेहता ने जिला चिकित्सा अधिकारी प्रकाश ढोके को भी अस्पताल में व्याप्त कमियों से अवगत कराया।
ग्राम पंचायत के सरपंच चैन सिंह डावर, उपसरपंच शुभम मेहता व पंचायत के जनप्रतिनिधि विजय मालवी सहित अन्य ने भी शासन एवं जिला प्रशासन से तत्काल अस्पताल में व्याप्त कमियों को दूर करने एवं स्टाफ की कमी दूर करने एवं चिकित्सालय परिसर के बाहर जो बड़े-बड़े गड्ढे हैं। उसे सुधरवाने की मांग की सरपंच चेनसिंह डावर ने पत्रकारों को बताया कि यदि अतिथि गृह स्टाफ की कमी दूर नहीं हुई तो ग्राम में शांतिपूर्वक गांव बंद किया जावेगा एवं प्रशासन को अवगत कराया जावेगा।
इस संबंध में स्वास्थ्य केंद्र के डॉ के. गहलोत का कहना है कि हाँ यह सही है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। यदि स्टाफ पर्याप्त होगा तो हम ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच कर सकेंगे और लोगों को समय पर इलाज मिल सकेगा।