कोरोना संक्रमण की रोकथाम में आगे आया ग्रामीण आजीविका मिशन
उदयगढ़- मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व सहायता समूहों के प्रतिनिधियो एवं सामुदायिक स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाहन कर रहे हैं। इसके लिए बाकायदा आजीविका मिशन के अमले के साथ वर्चुअल प्रशिक्षण के माध्यम से उनको तैयार किया गया है।
विकासखंड प्रबंधक विजय सोनी ने बताया कि, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संस्कृति जैन के निर्देशन में ग्राम स्तर पर समूह के प्रतिनिधियों एवं सामुदायिक कार्यकर्ता समूह की महिलाओं द्वारा ग्रामीणों के बीच जाकर कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके जिनमें मास्क लगाना, बार-बार साबुन से हाथ धोना, चेहरे पर हाथ ना लगाना , गर्म एवं ताजा भोजन करना, सैनिटाइजर के उपयोग आदि के साथ टीकाकरण से होने वाले लाभ के बारे में बताया जा रहा है। टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों में फैल रही भ्रांतियों, अंधविश्वासों को दूर करने के लिए उन्हें जानकारी देकर वैक्सीनेशन सेंटर पर भिजवाया जा रहा है ।
ग्रामीणों को पारंपरिक ओझाओं जिन्हें ग्रामीण बड़वे भी कहते हैं से दूर रहकर सरकारी अस्पताल में जाकर जांच एवं इलाज करवाने के लिए भी समझाया जा रहा है । वे स्वयं भी ग्राम स्तर पर टीकाकरण केंद्रो पर जाकर टीका भी लगवा रहे हैं । जनपद पंचायत के सीईओ पवन शाह के अनुसार गत वर्ष कोरोना काल में आजीविका मिशन के अमले द्वारा शासकीय चिकित्सालय के डॉ0 शिखा शर्मा के साथ ग्राम स्तर पर कार्यरत अमले को टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया था। जनपद पंचायत द्वारा समस्त ग्राम पंचायतों के प्रधानो, तड़वी, पटेल, चौकीदारों, सचिवो एवं रोजगार सहायकों को जानकारी देकर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जानकारी दी जा रही है जिससे ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ रही है।
अनुविभागीय अधिकारी श्यामवीर सिंह के निर्देशन मे बड़ी ग्राम पंचायतों में जागरूकता रैली भी निकाली गई है , स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग का अमला भी मुस्तैदी के साथ लगा हुआ है । जिला परियोजना प्रबंधक सोनू यादव के अनुसार जिले के सभी विकासखंडों में सामुदायिक संगठनों एवं समुदायिक कार्यकर्ताओं के माध्यम से कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाये जा रहे है ।
जिसके लिए दो चरणों में वर्चुअल प्रशिक्षण संपन्न किया जा चुका है। टीका लगवाने वाली महिलाओं को मेहंदी लगाकर, रंगोली बनाने आदि तरीकों से प्रेरित भी किया जा रहा है । समुदाय के माध्यम से समुदाय में जागरूकता फैलाने के तरीकों से आने वाले समय में स्थितियां बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है । ग्राम स्तर पर निरंतर जागरूकता हेतु प्रशिक्षण शिविर भी लगाएं जा रहे हैं ।